नई दिल्ली:– मॉडर्न लाइफस्टाइल जिसमें ना तो लोगों के पास नींद पूरी करने का समय है और ना ही ठीक तरीके से खाना खाने का, लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित हो रही है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान की वजह से कई गम्भीर बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं। बच्चों, पुरुषों और महिलाओं सभी में लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। वहीं, महिलाओं में पीसीओडी जैसी गम्भीर समस्याएं भी अब पहले से बहुत अधिक देखी जा रही हैं। इसी तरह बच्चेदानी में गांठ बनना ये ओवेरियन सिस्ट की समस्या महिलाओं में तेजी से बढ़ रही है।
बच्चेदानी में गांठ या ओवेरियन सिस्ट की समस्या बीते कुछ वर्षों में बहुत कम उम्र की महिलाओं में भी देखी जा रही है। ये गांठें अलग-अलग आकार की हो सकती हैं और कई बार इनमें किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं दिखायी देते। बच्चेदानी में गांठ की वजह से महिलाओं को प्रजनन से जुड़ी समस्याएं आ सकती हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार बच्चेदानी में बनने वाली गांठ का आकार एक छोटे से दाने जैसा भी हो सकता है या बड़े तरबूज के आकार जैसा भी। कुछ मामलों में प्रेगनेंसी के दौरान भी ये सिस्ट या फाइब्रॉइड की समस्या हो सकती है। गर्भावस्था में बच्चेदानी की समस्या के परिणाम बहुत गम्भीर हो सकते हैं।
बच्चेदानी में गांठ होने के कारण क्या हैं?
अनहेल्दी डाइट या ऐसा भोजन खाना जिसमें पोषण ना हो, प्रोसेस्ड फूड्स , जंक फूड्स और फास्ट फूड्स खाने जैसी अनहेल्दी फूड हैबिट्स।
पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं
गर्भाशय या बच्चेदानी में गांठ होने पर सबसे पहले आपके पीरियड्स से जुड़ी कुछ समस्याएंदेखी जाती हैं। गांठ की वजह से पीरियड्स के दौरान हेवी ब्लीडिंग हो सकती है। इसी तरह पीरियड्स कई-कई दिनों तक रह सकते हैं।
सूजन
गांठ या फाइब्राइड बनने के बाद महिलाओं के पेट में सूजन आने लगती है। इससे उनका पेट फूला हुआ और बड़े आकार का दिखायी दे सकता है।
पेट में दर्द
यह एक महत्वपूर्ण लक्षण जो आसानी से दिखायी भी देता है और इसकी मदद से आप फाइब्रॉइड का पता भी जल्द लगा सकते हैं। बच्चेदानी में गांठ बन जाने के बाद पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द महसूस हो सकता है।