हार्मोन्स का लेवल जब बिगड़ जाता है, तो शरीर में तमाम तरह की समस्याएं हो जाती हैं. दरअसल, ये हमारे शरीर के केमिकल मैसेंजर होते हैं. ये हमारी बॉडी तक हर मैसेज को पहुंचाने का काम करते हैं. हार्मोन्स की वजह से ही शरीर को ये मैसेज मिल पाता है कि शरीर के अंगों को कब और किस तरह काम करना है. इसलिए इनका संतुलन बना रहवना जरूरी है.गुरुग्राम के नारायणा हॉस्पिटल में सीनियर कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. पंकज वर्मा का कहना है कि अगर हार्मोन्स का लेवल बिगड़ जाए तो इसके चलते कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. डॉ. पंकज वर्मा का कहना है कि सिर्फ हमारी खराब लाइफस्टाइल ही नहीं बल्कि कुछ आदतें भी हार्मोन्स के संतुलन को खराब करती हैं.
आदतें हैं कारणडॉ. पंकज कहते हैं कि हार्मोन असंतुलन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें व्यक्ति की आदतें भी शामिल हैं.
अनियमित और अपर्याप्तनींद, ज्यादा तनाव और अन्य मानसिक दबाव आपके हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं. समय पर आदतें सुधार कर नींद की परेशानी और तनाव को कम किया जा सकता है, जिससे हार्मोन का संतुलन बना रहे.डाइट का रखें ख्यालहार्मोन असंतुलन के कारण में हमारा खान-पान भी शामिल है.
अस्वस्थ खानपान और ज्यादा तला-भुना आहार का सेवन हार्मोन के लेवल कोप्रभावित कर सकता है, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. सही आहार और पोषण की दिशा में बदलाव करना हार्मोन स्तरों को संतुलित रखने में मदद करता है.
करें व्यायामसाथ ही, व्यायाम न करना और अस्वस्थ जीवनशैली भी हार्मोन्स को प्रभावित कर सकती हैं. नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकता है.ज्यादा मीठा खानाइसके अलावा, अगर आपको ज्यादा मीठा खाने की आदत है, तो इससे भी आपके हार्मोन असंतुलन हो सकते हैं.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ज्यादा मीठा खाने से शरीर में इंसुलिन लेवल बढ़ जाता है. इसके चलते इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है. इंसुलिन ही वो हार्मोन है, जो शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखता है.