नई दिल्ली:– कुछ पौधे साँपों के लिए पसंदीदा होता है. इसलिए अगर घर के पास ये पौधे हों, तो सावधान रहना चाहिए. बरसात के दिनों में इन पौधों में सांप सबसे ज्यादा छुपे हुए रहते हैं.
बरसात का मौसम जहां प्रकृति की हरियाली से मन को सुकून देता है, वहीं यह सांपों के खतरे को भी बढ़ा देता है. बारिश के समय जमीन गीली हो जाती है, पौधों की जड़ें और तने नमी से भर जाते हैं. ऐसे माहौल में कुछ विशेष पेड़ और पौधे ऐसे होते हैं, जो सांपों के लिए आदर्श ठिकाने बन जाते हैं.
यदि आप अपने घर, गार्डन, खेत या ऑफिस के पास इन पेड़ों को लगाते हैं, तो सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो जाता है. आइए जानते हैं उन पेड़-पौधों के बारे में जिनसे दूर रहना चाहिए.
केले का पेड़ गीला और छायादार होता है, जिससे सांप बहुत आकर्षित होते हैं. इसकी जड़ों और तनों के बीच की जगह सांपों के लिए छिपने का आदर्श स्थान बन जाती है. बरसात में केले के पेड़ के पास समय बिताने से बचें.
पीपल और बरगद के पेड़ की मोटी जड़ें और हवाई जड़ें सांपों को चढ़ने और छिपने में मदद करती हैं. बारिश में इनमें नमी और अंधेरा सांपों को बहुत भाता है. इन पेड़ों के पास बच्चों को खेलने से रोकें.
तुलसी का पौधा पवित्र माना जाता है लेकिन इसके आसपास अगर झाड़ियां, घास या गंदगी जमा हो जाए, तो ये सांपों के छिपने का बेहतरीन ठिकाना बन जाती है. बरसात में तुलसी के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
नीम की पत्तियां भले ही एंटी-बैक्टीरियल होती हैं लेकिन इसके नीचे सूखी पत्तियां जमा हो जाने से सांपों को आरामदायक स्थान मिल जाता है. बरसात में नीम के नीचे विशेष सफाई जरूरी होती है ताकि सांपों का डेरा न बन पाए.
सफेदा और अर्जुन के पेड़ मानसून में सांपों के सुरक्षित ठिकाने बन जाते हैं. इनके पास घर का मुख्य दरवाजा या खिड़की न रखें क्योंकि सांप ऊपर चढ़कर आ सकते हैं.
कनेर जैसे फूलों वाले पौधे और ऐसे पौधे जिनसे दूध निकलता है, इनकी घनी पत्तियां सांपों को आकर्षित करती हैं. खासकर बच्चों को इन पौधों से दूर रखना जरूरी है.
बरसात में घर और आसपास साफ-सफाई बनाए रखना जरूरी है. पेड़-पौधों के नीचे सूखी पत्तियां, गंदगी या बेकार सामान जमा न होने दें. बच्चों को इन पेड़ों के पास खेलने से रोकें. यदि संभव हो तो इन पेड़ों को घर से उचित दूरी पर लगाएं. समय-समय पर गार्डन की जांच करते रहें ताकि सांपों का अड्डा न बन सके.