एक जाल है. इसमें फ्रॉडस्टर आपको खरीदारी पर कैशबैक मिलने का झांसा देते हैं, लेकिन असल में वे आपका पैसा या निजी जानकारी चुरा लेते हैं. फ्रॉडस्टर बहुत चालाकी से बात करते हैं और कई तरीकों से लोगों को फंसाते हैं. इसलिए जरूरी है कि आप उनकी चालबाजियों को समझें ताकि उनके जाल में न फंसें. आइए जानते हैं कैसे कैशबैक स्कैम काम करता है और कैसेइससे सुरक्षित रहें…कैसे काम करता है
झूठे ऑफर और वादे: फ्रॉडस्टर आपको फंसाने के लिए बिना मांगे मैसेज, सोशल मीडिया पोस्ट या फर्जी ईमेल भेज सकते हैं. ये लोग बहुत ज्यादा कैशबैक मिलने का झांसा देंगे, जो सच होने में मुश्किल लगता है. वे अक्सर गारंटीशुदा पैसा वापसी या बहुत ज्यादा मुनाफा का वादा करेंगे.
करते हैं जल्दबाजी: आपको सोचने का मौका न मिले, इसलिए जालसाज आपको जल्दी फैसला लेने के लिए दबाव डालेंगे. वे कह सकते हैं कि ये ऑफर सिर्फ कुछ समय के लिए है या सिर्फ कुछ लोगों के लिए ही उपलब्ध है.
चुरा सकते हैं जानकारी: फ्रॉडस्टर आपका ध्यान अपनी ओर खींचने के बाद आपसे आपकी निजी जानकारी चुराने की कोशिश करेंगे. इसमें वो आपको गलत लिंक पर क्लिक करने के लिए फंसा सकते हैं, कोई खराब सॉफ्टवेयर डाउनलोड करवा सकते हैं, या आपके कैशबैक को “एक्टिवेट” करने के बहाने आपका क्रेडिट कार्ड नंबर या बैंक अकाउंट नंबर ले सकते हैं.
फेक वेबसाइट्स: कभी-कभी जालसाज आपको किसी फर्जी वेबसाइट पर ले जाने या नकली ऐप डाउनलोड करवाने की कोशिश कर सकते हैं. ये वेबसाइट और ऐप असली दिखते हैं, लेकिन असल में ये आपकी जानकारी चुरा लेते हैं या आपसे ऐसे छोटे-छोटे पेमेंट करवा लेते हैं जिनका बाद में आपको पता भी नहीं चलता.कैसे बच सकते हैं?पहले पूरी जानकारी लें: किसी भी कैशबैक प्रोग्राम में शामिल होने से पहले, उसे देने वाली कंपनी या प्लेटफॉर्म के बारे में रिसर्च करें. पता करें कि दूसरों का क्या अनुभव रहा है और क्या उनकी वेबसाइट असली लगती है.
भरोसेमंद चीजों को चुनें: बड़े नामी शॉप्स, क्रेडिट कार्ड कंपनियों या भरोसेमंद लॉयल्टी प्रोग्रामों के कैशबैक प्रोग्राम ही चुनें.लिंक और डाउनलोड पर ध्यान दें: अजीब लगने वाले लिंक पर क्लिक न करें और किसी अनजान जगह से ऐप डाउनलोड ना करें.
