छत्तीसगढ़ में 15 साल वनवास के बाद 2018 में सत्ता में लौटी कांग्रेस पांच साल बाद ही फिर से विपक्ष में आ गई। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी की प्रदेश प्रभारी रही कुमारी सैलजा की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे थे। कांग्रेस के कई पूर्व विधायक और संगठन के बड़े नेता उन पर आरोप लगा रहे थे। थे। पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने सीधे तौर पर कुमारी सैलजा को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया था। पार्टी के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने भी राज्य में इस हार के लिए दिल्ली के नेताओं को जिम्मेदार बताया था।
विधानसभा में 70 सीटों से घटकर 35 सीटों पर आई कांग्रेस ने हार की वजह जानने के लिए रायपुर से लेकर दिल्ली तक बैठक की। इन बैठकों में कई ऐसी बातें उजागर हुईं, जिससे आलाकमान के कान खड़े हो गए। कुमारी सैलजा के आने के बाद से पार्टी में गुटबाजी बढ़ती गई। संगठन और सरकार में शामिल कई बड़े नेताओं के साथ विवादों की वजह से कुमारी सैलजा चर्चा में रहीं। यही वजह है कि पिछले साल 5 दिसंबर 2022 को जिस कुमारी सैलजा को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया था, उन्हें आज हटा दिया गया।
कुमारी सैलजा की जगह राजस्थान के डिप्टी सीएम रहे कांग्रेस नेता सचिन पायलट को ये जिम्मेदारी दी गई है।चार करोड़ में टिकट बेचने का लगा था आरोपचुनाव के टिकट बंटवारे के बाद से ही सैलजा आरोप में घिर गयी थी। उन पर चुनाव के दौरान ही टिकट नहीं मिलने से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पूर्व विधायक अरुण तिवारी ने गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने एक आडियो जारी किया था। जिसके बाद से पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। आडियो में एक शख्स आरोप लगा रहा है कि वह बेलतरा सीट से टिकट का दावेदार था, लेकिन पार्टी ने उसे टिकट नहीं दिया। प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने चार करोड़ रुपये में टिकट बेच दिया। यह रुपये सैलजा के पिता के पास हवाला के माध्यम से पहुंचाए गए हैं।
सैलजा पर पक्षपात करने का लगा था आरोपपूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने सैलजा पर गंभीर आरोप लगाये थे। उन्होंने कांग्रेस की हार के लिए टीएस सिंहदेव के साथ कुमारी शैलजा पर भी आरोप लगाये थे। बृहस्पत सिंह ने कहा कि कांग्रेस के खुद अंदर के ही लोगों की वजह से हम छत्तीसगढ़ में चुनाव हारे हैं. कांग्रेस के नेताओं ने अमित शाह से मुलाकात की थी और अपने ही लोगों के खिलाफ काम करना शुरू कर दिया। कुमारी शैलजा सिर्फ फोटो खिंचवाने छत्तीसगढ़ आती थीं, वे टीएस सिंह देव को हीरो की तरह प्रमोट करने में लगी रहीं।