जबलपुर:- भजन संगीत का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का अभिन्न अंग है. यह एक प्राचीन कला है, जो समय के साथ अपना महत्त्व बनाए रखती है. भजनों के माध्यम से हम भगवान की प्रशंसा और भक्ति का अनुभव करते हैं, जिससे हमारे मन को शांति, संतोष और ध्यान की प्राप्ति होती है. भजन संध्या के दौरान भक्तों की श्रद्धा और भक्ति की ऊर्जा उत्कृष्ट रूप से महसूस होती है. इस आर्टिकल में हम एक ऐसे ही भजन का जिक्र करेंगे, जिसने इस समय देशवासियों के दिल में एक अलग ही जगह बना रखी है. देश आज इस भजन के रंग में रंगा हुआ है. हम प्रसिद्ध गीतकार पंडित सुधीर व्यास द्वारा गाय हुए खूबसूरत भजन ‘ये चमक ये दमक फुलवन में महक, सब कुछ सरकार तुम्ही से है’ की बात कर रहे है. इसको लेकर सुधीर व्यास ने लोकल 18 से बातचीत की.
कैसे लिखा सुधीर व्यास जी ने यह भजन
अपने भजन के लिए मशहूर गीतकार सुधीर व्यास अपने संगीत के कार्यक्रम को लेकर जबलपुर पहुंचे. यहाँ उन्होंने लोकल 18 से बातचीत के दौरान अपने सुप्रसिद्ध भजन को लेकर कुछ ऐसी बातें साझा की, जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे. सुधीर जी ने बताया कि उन्होंने इस भजन को खुद नहीं लिखा, बल्कि उन्होंने इस भजन के बोल कहीं से सुने थे. इसके बाद उन्होंने इसके बोल को अपने भाव में ढाला और उसे एक ऐसा नया रूप दे दिया, जिसकी धुन में आज पूरा देश लीन हो चुका है. इसे सुनकर आज पूरा देश इस भजन के संग भगवान की भक्ति में डूबा हुआ है.
ये रही सुधीर व्यास की पहली प्रतिक्रिया
सुधीर मध्यप्रदेश के इंदौर में रजवाड़ा के रहने वाले हैं. उनका कहना था कि उन्हें इस बात का पता ही नहीं था कि उनकी आवाज पर पूरा देश थिरक रहा है. उन्होंने बताया कि लोगों ने उन्हें आकर बताया कि उनका भजन देश में ट्रेंडिंग पर चल रहा है. इसके बाद उन्होंने इस भजन का 2.0, तीसरा और चौथा वर्जन भी बनाया, जिसमें चौथा वर्जन उनका महाकाल पर समर्पित है.
कैसे आई संगीत की रूचि
.सुधीर जी का कहना है कि संगीत एक रियाज का विषय है. आप जितना रियाज करोगे, उतना ही मधुर बनता जाएगा. सुधीर सुबह 10 से 15 मिनट भगवान के सामने अपने संगीत का रियाज करते हैं. लगभग 35 सालों से सुधीर संगीत की दुनिया में निवास कर रहे हैं. उनका लक्ष्य सिर्फ अपने भजनों को भगवान तक पहुंचाने.