नई दिल्लीः– तमाम विरोधाभास के बावजूद 1 जुलाई से भारत के अपने तीन नए कानून लागू हो जाएंगे। इनमें हिट ऐंड रन का कानून भी है, जिसे लेकर देश व्यापी विरोध की आवाजें भी उठीं। खासकर ट्रक और ट्रांसपोर्ट से जुड़ी विंग ने विरोध किया। तो… 1 जुलाई से लागू कानून के अध्यायों में क्या है हिट ऐंड रन को लेकर भ्रम और सच्चाई। जानते हैं…
पुलिस अधिकारी और कानून एक्सपर्ट ने बताया कि पीड़ितों को न्याय दिलाने और सड़क सुरक्षा के लिए नए कानून बीएनएस की धारा 106 106 हैं। इसके तहत हिट ऐंड रन की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए कठोर सजा का प्रावधान है। भ्रम है कि जुर्माने की राशि 10 लाख रुपये है। मगर यह पूरी तरह से गलत है। 10 साल की बढ़ी हुई सजा उन लोगों के लिए है, जो हिट ऐंड रन मामले की रिपोर्ट किए बिना भाग जाते हैं। अपराध अभी भी जमानती है, धारा 106 के तहत मैजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा मुकदमा चलाया जा सकता है। फिलहाल विरोध को देखते हुए धारा 106 के तहत 10 साल की कैद और जुर्माने के प्रावधान के संबंध में ट्रक ड्राइवरों की तरफ से उठाई गई आवाज पर सरकार ने ध्यान दिया है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के बाद यह क्लियर हुआ है कि ये नए कानून और प्रावधान अभी लागू नहीं किए गए हैं। धारा 106 को लागू करने का निर्णय ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के परामर्श के बाद ही लिया जाएगा।
3 नए कानून जो 1 जुलाई से लागू होंगे
- भारतीय न्याय संहिता 2023
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023
- भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023
कितने अध्याय, कितनी धाराएं - BNS के तहत 20 अध्याय हैं
- बीएनएस में 358 धाराएं हैं, IPC 1860 में 511 धाराएं थीं
खूंखार और आदतन अपराधी को लगेगी हथकड़ी
नए कानून के तहत पुलिस को यह अधिकार किए गए हैं कि आदतन, बार-बार हिरासत से भागने वाले कुख्यात अपराधी, जिसने गैंगवार, संगठित गिरोह, आतंकवादी कृत्य, अवैध हथियार, हत्या, रेप, एसिड हमला, नकली नोट और देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता के खिलाफ अपराध में जिसे गिरफ्तार किया जाएगा।