नई दिल्ली:– इस वर्ष दीपावली पर्व 6 दिन तक मनाया जाएगा। इसका कारण यह है कि अमावस्या दो दिन तक व्याप्त रहेगी, 20 और 21 अक्टूबर। दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के लिए गोधुली बेला और अमावस्या तिथि दोनों का संयोग होना जरूरी होता है। इस साल यह संयोग 20 अक्टूबर को बन रहा है, इसलिए लक्ष्मी पूजन इसी दिन किया जाएगा। वहीं अमावस्या पर स्नान और दान 21 अक्टूबर को होगा, क्योंकि प्रातःकाल में ही अमावस्या तिथि व्याप्त रहेगी।
धनतेरस और एकादशी
इस वर्ष धनतेरस पर द्वादशी तिथि का लोप है। एकादशी का व्रत 17 अक्टूबर को रखा जाएगा। इसके अगले दिन 18 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा। 17 अक्टूबर को सूर्योदय के समय एकादशी तिथि व्याप्त रहेगी और उसी आधार पर व्रत रखा जाएगा। धनतेरस पर दीयों का पूजन और आराधना संध्या समय में किया जाता है, इसलिए पूजन 18 अक्टूबर को होगा।
दीपावली पर विशेष ग्रह संयोग
इस बार दीपावली पर मंगल, सूर्य और बुध का संयोग बन रहा है। यह संयुक्त प्रभाव सभी राशि के लोगों के लिए शुभ फलदायक माना जा रहा है। कार्तिक अमावस्या के दिन स्थिर लग्न में पूजन करने से घर में महालक्ष्मी की स्थिरता बनी रहती है।
विशेष योग
हंस महापुरुष योग – बृहस्पति कर्क राशि में, यह योग धन, सम्मान, सफलता और ज्ञान के लिए शुभ।
शनि वक्री योग – शनि देव वक्री चाल में मीन राशि में, कुछ राशियों के लिए अप्रत्याशित लाभ और सफलता लाता है।
कलात्मक योग – कन्या राशि में शुक्र और चंद्र की युति से बनता है, सुख-सुविधा, मानसिक शांति और प्रेम संबंधों के लिए लाभकारी।
बुधादित्य योग – तुला राशि में सूर्य और बुध की युति से बनता है, बुद्धि, नेतृत्व क्षमता और सफलता प्रदान करता है।
दीपावली की 6 दिन की श्रृंखला
18 अक्टूबर – धनतेरस
19 अक्टूबर – चौदस
20 अक्टूबर – दीपावली (लक्ष्मी पूजन)
21 अक्टूबर – दीपावली (स्नान और दान)
22 अक्टूबर – गोवर्धन पूजा
23 अक्टूबर – भाईदूज
अमावस्या का समय
महामाया मंदिर के पं. मनोज शुक्ला के अनुसार, अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर दोपहर 2:32 बजे से 21 अक्टूबर दोपहर 4:26 बजे तक रहेगी। इसलिए इस साल दीपावली 20 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी।