मध्यप्रदेश:- क्या आप दूसरी कार खरीदने का विचार कर रहे हैं? तो आपको मार्केट में होने वाले कुछ धोखाधड़ी के बारे में पता होगा। हम आपको कुछ दुर्घटनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अक्सर बिना-भरोसे वाले पुराने कार डीलर या प्लेटफॉर्म से कार खरीदने के बाद होते हैं।
ब्याज दरें
सेकंड हैंड कार मार्केट में आमतौर पर ब्याज दरें उंची होती हैं। यही कारण है कि अगर कोई विक्रेता फ्लैट इंटरेस्ट रेट का वादा करता है, तो सावधान हो जाइए। ये बातें लुभावनी लग सकती हैं, लेकिन वे अक्सर बताते हैं कि कार लोन रीड्यूसिंग रेट बेसिस पर दिए जाते हैं। यानी आपको बताई गई ब्याज दर की तुलना में दोगुना ब्याज देना पड़े।
कार मालिक की जानकारी
अक्सर सेकंड हैंड कार बेचने वाले विक्रेता कार के पिछले मालिक की संख्या छिपाते हैं. इससे खरीदार को कार की हिस्ट्री और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी नहीं मिलती। वह आपको कार के मूल दस्तावेजों, जैसे आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट), दिखाने के बजाय फोटोकॉपी दिखाते हैं, जिसमें सिर्फ एक ही मालिक का विवरण है। साथ ही, कार की अधिक कीमत का लाभ उठाया जाता है। तो कार खरीदने से पहले हमेशा फिजिकल ओरिजिनल दस्तावेजों को देख लें।
व्हीकल टाइटल
पुरानी कार बेचने वाले लोग अक्सर अपनी कार को दूसरे राज्य में स्थानांतरित कर देते हैं, जिससे कार की इतिहास छिपा जाता है, जैसे बाढ़ से खराब हो चुकी या मरम्मत नहीं हो सकने वाली कार। और एक ग्राहक धोखे में आकर एक खराब कार खरीद लेता है। यह एक तरह से जोखिमपूर्ण गेम है, जिसमें हिस्ट्री और कार की खराब स्थिति छिपी हुई हैं।
ओडोमीटर रोलबैक
सेकंड हैंड कार खरीदते समय यह सुनिश्चित करें कि ओडोमीटर रोलबैक आपको धोखा नहीं दे रहा है। कार बेचने वाले अक्सर ओडोमीटर से छेड़छाड़ करते हैं, जिससे खरीदार कीमत को गलत लगता है। कार की हिस्ट्री को ओडोमीटर में बदलकर छिपाया जाता है, जिससे उसे अधिक कीमत पर बेचा जा सके। इसलिए, कार खरीदने से पहले उसके रिकॉर्ड की पूरी तरह से जांच करें। हर अच्छा दिखने वाली चीज़ अच्छी होनी चाहिए नहीं है।
सैलवेज टाइटल स्टेटस
बीमा कंपनियों द्वारा पहले टोटल लॉस घोषित किए गए व्हीकल्स अक्सर सेकंड हैंड कार मार्केट में बेचे जाते हैं, जानकारी छिपाकर। ये गाड़ी या तो चोरी हो चुकी हैं या पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। ऐसे में आप कार खरीदते समय सैलवेज टाइटल को नहीं जान सकते। इसलिए खरीदने से पहले सावधान रहें।