उत्तर प्रदेश: – श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर मथुरा शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मथुरा को चार जोनों और 18 सेक्टरों में बांटा गया है, जहां 5000 से अधिक पुलिसकर्मियों और जवान तैनात हैं। पूरे शहर में सख्त सुरक्षा व्यवस्था के कारण माहौल बिल्कुल सैन्य छावनी जैसा नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री का दौरा और विशेष कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को मथुरा पहुंचेंगे। वे श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर पूजा-अर्चना करेंगे और परिसर में पौधा रोपण का कार्य भी करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री पांचजन्य सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जहां वे मथुरा के लिए नई विकास योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। साथ ही वे संतों का सम्मान करेंगे और गोवर्धन पर्वत पर बने वृत्तचित्र को देखेंगे।
वाहनों पर प्रतिबंध और भीड़ प्रबंधन
मथुरा के साथ ही वृंदावन और अन्य तीर्थस्थलों पर भी भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। जन्मस्थान के आसपास पदयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए दुपहिया, तिपहिया और चौपहिया वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है।
सख्त सुरक्षा और प्रवेश नियम
प्रत्येक मार्ग पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं, जो अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए सतर्क हैं। श्रद्धालुओं के लिए जन्मस्थान में प्रवेश के लिए गोविंद नगर वाला उत्तरी द्वार प्रयोग में लाया गया है, जबकि मुख्य द्वार से निकासी की व्यवस्था है।
मंदिर परिसर में प्रतिबंधित वस्तुएं
जन्मस्थान परिसर में मोबाइल फोन, की-रिंग, रिस्टवॉच, जूते-चप्पल, बैग, बीड़ी, माचिस, लाइटर और छाता जैसी वस्तुओं को ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित है। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुव्यवस्था के लिए यह कदम उठाया है।
ब्रजधाम वेबसाइट से श्रद्धालुओं को मिली सहूलियत
श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन देने के लिए प्रशासन ने ब्रजधाम डॉट को डॉट इन नामक वेबसाइट शुरू की है। इस वेबसाइट के माध्यम से भक्तों को मंदिरों, रास्तों, और नियमों की पूरी जानकारी मिलती है, जिससे वे अपने यात्रा मार्ग का सही चुनाव कर सकते हैं।
शोभायात्रा से शुरू हुआ कृष्णोत्सव
श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव की शुरुआत शोभायात्रा से हुई, जिसमें 300 से अधिक लोक कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। यह शोभायात्रा जन्मस्थान के मुख्य द्वार से निकलकर शहर के प्रमुख मार्गों से होकर पुनः वहीं समाप्त हुई।
यातायात व्यवस्थाओं का किया गया प्रबंध
इस अवसर पर रेलवे और सड़क परिवहन विभाग ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि मथुरा आने-जाने में किसी प्रकार की समस्या न हो।