बिहार :– विधानसभा चुनाव की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। भले ही अभी चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन एनडीए हर वर्ग के लोगों को साधने में जुटी हुई है। 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के चेक सौंपा। वहीं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को साधने के लिए 62 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कौशल दीक्षात समारोह में युवाओं से जुड़ी 62 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान पीएम ने एनडीए की उपलब्धियों के बारे में बताया, वहीं विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये समारोह इस बात का प्रतीक है कि आज का भारत कौशल को कितनी प्राथमिकता देता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौजवानों के लिए शिक्षा और कौशल विकास की दो बड़ी योजनाएं लॉन्च की। पीएम ने योजनाओं का उद्घाटन ऑनलाइन किया।
दो योजनाओं का किया उद्घाटन
पीएम मोदी ने 60 हजार करोड़ रुपये की पीएम सेतु योजना, जो आईटीआई को उद्योगों से जोड़ेगी और नवोदय विद्यालयों व एकलव्य मॉडल स्कूलों में 1200 स्किल लैब्स का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा बिहार की कई योजनाओं की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार में नई स्किल ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी, अन्य विश्वविद्यालयों की सुविधाओं का विस्तार, युवाओं के लिए बिहार आयोग, हजारों युवाओं को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र, ये सब बिहार के युवाओं की ग्रोथ की गारंटी है।
युवाओं के लिए बड़ी सौगात
आगे उन्होंने कहा कि, इससे पहले महिलाओं के रोजगार के लिए योजनाओं की शुरुआत की गई, ये दिखाता है कि एनडीए (NDA) सरकार महिलाओं और युवाओं को कितनी प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद 5 हजार नई ITI देश में बनाई गई हैं। बताया जा रहा है कि, पीएम सेतु योजना के तहत देश भर के 1000 से ज्यादा आईटीआई (ITI) को इसका फायदा होगा। इससे आईटीआई को अपडेट किया जाएगा। ट्रेनिंग एक्सपर्ट यहां आएंगे, नई मशीने यहां आएंगी, करिकुलम भी अपडेट होगा। यह योजना भारत की स्किल डिमांड से जोड़ेगी।
PM मोदी ने RJD पर साधा निशाना
इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, दो दशक पहले बिहार में शिक्षा व्यवस्था तबाह थी। ईमानदारी से न स्कूल खुलते थे और न ही भर्तियां होती थीं। मजबूरी में लाखों बच्चों को बिहार छोड़कर दिल्ली-मुंबई और बनारस जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि, यहीं से पलायन की शुरुआत हुई। आगे उन्होंने कहा कि, ‘जिस पेड़ की जड़ों में कीड़ा लग जाता है, उस पेड़ को फिर से जीवित करना बड़ा पराक्रम होता है, आरजेडी के कुशासन ने बिहार की हालत उसी पेड़ की तरह कर दी थी। एनडीए सरकार ने बिगड़ी हुई व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाई है।