नई दिल्ली:– अयोध्या की पावन भूमि एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है। दीपोत्सव 2025 के अवसर पर रामनगरी में भक्ति, नवाचार और वैश्विक संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। इस बार दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बन रहे हैं—राम की पैड़ी सहित 56 घाटों पर एक साथ 26,11,101 दीपों का प्रज्वलन और सरयू तट पर 2100 वेदाचार्यों द्वारा महाआरती का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर स्थापित करने का प्रयास भी है।
वैश्विक मंच पर रामलीला
दीपोत्सव की पूर्व संध्या पर अयोध्या के तीन प्रमुख मंचों पर इंडोनेशिया, श्रीलंका और थाईलैंड के कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया। बड़ी देवकाली मंदिर के मंच पर इंडोनेशिया की टीम ने लंका दहन का दृश्य प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन रामायण की सार्वभौमिकता और भारत की सांस्कृतिक कूटनीति का प्रतीक बन गया है।
दीपों की झिलमिल रोशनी से बनेगा विश्व रिकॉर्ड
राम की पैड़ी और सरयू तट पर 26 लाख से अधिक दीपों का प्रज्वलन एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करेगा। 2017 में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन शुरू हुआ था, तब मात्र 1.71 लाख दीप जलाए गए थे। अब यह संख्या 15 गुना से अधिक हो चुकी है। यह आयोजन श्रद्धा और तकनीक का अद्भुत मेल है, जिसमें 1100 स्वदेशी ड्रोन रामायण के प्रसंगों को अयोध्या के आकाश में उकेरेंगे—जय श्रीराम, धनुषधारी श्रीराम, संजीवनी पर्वत उठाए हनुमान, रामसेतु और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर जैसी छवियां दर्शकों को भावविभोर करेंगी।
श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक
रामकथा पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रीराम का प्रतीकात्मक राजतिलक करेंगे। इस समारोह में दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक सहित कई कैबिनेट मंत्री शामिल होंगे। 100 बच्चों की बानर सेना नगाड़ों की गूंज और जयघोषों के बीच रथयात्रा में भाग लेगी, जो इस आयोजन को और भी जीवंत बना देगी। दीपोत्सव की झिलमिल रोशनी अब केवल सरयू तट तक सीमित नहीं रहेगी। सूचना विभाग की ओर से 20 प्रमुख स्थलों पर एलईडी वॉल और 15 स्थानों पर एलईडी वैन के माध्यम से दीपोत्सव का सीधा प्रसारण किया जा रहा है। दूरदर्शन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की गई है, जिससे पूरी दुनिया इस अलौकिक दृश्य की साक्षी बन सके।
श्रद्धा और सुरक्षा का किया इंतजाम
राम मंदिर के लगभग पूर्ण होने से पहले यह दीपोत्सव विशेष महत्व रखता है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। हर 500 मीटर पर होर्डिंग लगाकर अराजकतत्वों को चेतावनी दी गई है।
धार्मिकता की अनुभूति
दीपोत्सव इस बार सतर्कता, सरलता और धार्मिकता की अनुभूति करा रहा है। अयोध्या धाम में हर तरफ भक्तिरस से सराबोर दृश्य दिखाई दे रहे हैं। रामलला के दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं का जमावड़ा उमड़ पड़ा है। यह आयोजन न केवल एक धार्मिक पर्व है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना का जीवंत उदाहरण भी है।
अयोध्या दीपोत्सव 2025 एक ऐसा आयोजन बन गया है, जो श्रद्धा, संस्कृति और तकनीक के त्रिवेणी संगम से विश्व को भारत की आध्यात्मिक शक्ति का परिचय दे रहा है। यह आयोजन हर भारतीय के लिए गर्व और गौरव का क्षण है।