आज के समय में भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है, जो मंदी के दौर में भी तेजी से विकास कर रहा है. भारत के पड़ोसी देश चीन, पाकिस्तान और श्रीलंका आर्थिक संकट जूझ रहे हैं. यही हाल ब्रिटेन और जापान जैसे विकसित देश का भी है. वहां भी विकास दर कछुए की चाल से चल रही है. ऐसी ही स्थिति आने वाले समय में भी इंडिया में देखने को मिल सकती है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि भारत अगले 10 वर्षों में लगातार छह से आठ प्रतिशत की वृद्धि दर से बढ़ेगा.रायसीना डायलॉग 2024 पर हुई चर्चाउन्होंने रायसीना डायलॉग 2024 में वैश्विक कंपनियों को भारत में बिजनेस करने के लिए आमंत्रित किया और कहा कि घरेलू और वैश्विक बाजारों से लाभ उठाने के लिए सरकार के तरफ से उन्हें हर संभव समर्थन सुनिश्चित की जाएगी
अभी क्या है इंडिया की हालत?भारत के 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने का अनुमान है. मोदी सरकार की नीतियों के चलते देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) बढ़ा है. बीते 9 साल में ये 615.73 अरब डॉलर रहा है. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी तेजी से बढ़ा है. आज ये 620.44 अरब डॉलर के लेवल पर पहुंच चुका है. यानी कुल मिलाकर देखें तो वह दिन भी नजदीक है, जब भारत ग्लोबल इंजन का हब बनेगा.रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी ये बात दावोस के एक वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक में कहा था कि भारत पर अंतरराष्ट्रीय भरोसा अब तक के उच्चतम स्तर पर है.
