मुंबई : – राजनीति की धड़कन महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में आज सियासत ने शर्म की हदें पार कर दीं, जब बीजेपी और शरद पवार की एनसीपी के विधायक आपस में भिड़ गए। बात इतनी बढ़ गई कि लात-घूंसे और धक्का-मुक्की तक नौबत आ गई। झगड़े की चिंगारी बनी राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड की एक महिला विधायक के मंगलसूत्र पर भड़काऊ टिप्पणी, जिसने सदन के माहौल को बम की तरह फोड़ दिया।
यह घटना आव्हाड द्वारा की गई एक भड़काऊ टिप्पणी के बाद हुई, जिसमें उन्होंने विधानसभा परिसर में रेड कार्पेट पर चलते हुए एक महिला के ‘मंगलसूत्र’ को लेकर टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी को व्यापक रूप से पडलकर पर तंज के रूप में देखा गया था, हालांकि आव्हाड ने किसी का नाम नहीं लिया था.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विधान भवन में इस तरह मारपीट करना गलत है. मारपीट करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर के साथ विधानसभा की लॉबी में धक्का-मुक्की की गई, इसकी जांच कर कार्रवाई की जाए. ऐसी मांग संजय उपाध्याय ने विधानसभा में की. इस पर अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आश्वासन दिया कि जांच तुरंत की जाएगी.
गुंडों को विधानसभा परिसर में घुसने के लिए पास किसने दिए?’
महाराष्ट्र विधानसभा परिसर में हुई हाथापाई और मारपीट पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि इन गुंडों को विधानसभा परिसर में घुसने के लिए पास किसने दिए? विधानसभा परिसर में ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं और अध्यक्ष को उन गुंडों पर कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने उन्हें पास दिए. इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए. अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और गृह विभाग को इसका संज्ञान लेना चाहिए,