रायपुर 14 नवम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांव खुशहाल होंगे तभी शहर में समृद्धि आएगी।छत्तीसगढ़ के विकास का यही रास्ता है।छत्तीसगढ़ मॉडल की सफलता का यही पैमाना है।
श्री बघेल ने आज आकाशवाणी से प्रसारित अपनी मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 23वीं कड़ी में कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विकास के परम्परागत मॉडल,पंडित जवाहर लाल नेहरू के आधुनिक मॉडल,श्रीमती इंदिरा गांधी के दृढ़ इच्छाशक्ति के मॉडल और श्री राजीव गांधी के टेक्नॉलाजी से बदलाव के मॉडल के प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी की तस्वीर बदलने, गांवों में नए संसाधनों से, नई तकनीक से खेती करने और परंपरागत आजीविका में सुधार की जो पहल की गई उनको सफलता मिली अब गांव-गांव से खेती के नए तरीकों की खबरें आ रही हैं।
आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन के अवसर पर प्रसारित इस कड़ी की शुरूआत करते हुए श्री बघेल ने कहा कि पंडित नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था।वे देश की नई पीढ़ी को अपने विश्वास की छत्रछाया में पनपते देखना चाहते थे। पंडित नेहरू को नई पीढ़ी पर अटूट भरोसा था।उन्होने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं चाहूंगा कि आप लोग पंडित नेहरू की जीवनी और उनके कार्यों के बारे में पढ़ें, जानें और उन्हें अपने जीवन में उतारने की कोशिश करें।
उन्होने लोकवाणी में उद्यमिता और जनसशक्तिकरण का छत्तीसगढ़ मॉडल विषय पर कहा कि हमने आजीविका को मजबूत करने और जनता के हाथों में स्वाभिमान से लेकर आर्थिक ताकत सौंपने की जो रणनीति अपनाई,वही छत्तीसगढ़ मॉडल के रूप में हमारी पहचान बनी है।कोविड के लॉकडाउन का संकट, हमने विभिन्न जनहितकारी योजनाओं के जरिए किसानों,वन आश्रितों, मजदूरों, महिला समूहों और युवाओं की जेब में जो 80 हजार करोड़ रूपए डीबीटी के माध्यम से डाले उस राशि से हमारे भाइयों-बहनों ने अपनी जरूरत की खरीदी की। इस तरह सबने मिलकर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की तरलता को बनाए रखा।
श्री बघेल ने बस्तर के चार युवाओं आयुष श्रीवास्तव, गौरव कुशवाहा, ऋषभ जैन, सुयश सांखला द्वारा ई-कॉमर्स प्लेटफार्म ‘लोका बाजार’ प्रारंभ करने की पहल की सराहना की। उन्होने कहा कि बस्तर के युवा अगर इस तरह के नए-नए तौर-तरीकों का लाभ, अंदरूनी गांवों के लोगों को दिलाने लगेंगे तो निश्चित तौर पर लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल के उत्पादों को अच्छा बाजार मिलेगा। लोकवाणी में धमतरी के युवा आईटीआई प्रोफेशनल गोपाल चितालिया की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि आईटी सेक्टर के लिए हमारी नई औद्योगिक नीति में आकर्षक प्रावधान हैं, इसका लाभ उठाने के अन्य युवाओं को आगे आना चाहिए।
उन्होने कवर्धा की घटनाओं का नाम लिए बगैर कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ सर्वधर्म समभाव का गढ़ बना रहे। कोई भी समाज विरोधी तत्व हमारे प्रदेश के सद्भाव की ओर बुरी नजर से देख भी न पाए, इसके लिए मैंने प्रशासन को सचेत किया है। साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को हम किसी भी हालत में न तो नजरअंदाज करेंगे और न ही बख्शेंगे।