नई दिल्ली : उम्र बढ़ने के साथ बाल सफेद होना एक प्राकृतिक बदलाव है। हालांकि, मौजूदा समय में प्रदूषण और अन्य हार्मोनल कारणों से भी बालों के सफेद होने की समस्या देखने को मिल रही है। चिकित्सकीय भाषा में बालों के सफेद होने की प्रक्रिया को कैनिटाइस कहते हैं। महिला और पुरुष दोनों में ही यह समस्या देखने को मिलती है। पुरुषों में यह समस्या कलमों से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे सिर पर होने लगती है, वहीं महिलाओं में सिर के मध्य और उसके आसपास बाल सफेद होने शुरू होते हैं।आपने कई युवाओं के सफेद बालों को देखा होगा. यहां तक कि कई बार 13, 14 से 16 साल के टीनएजर्स के भी बाल सफेद होने लगते हैं. जबकि कई लोगों के 50 की उम्र तक भी बाल सफेद नहीं होते. आज हम इस खबर में आपको यही बताएंगे कि क्यों आजकल कम उम्र में ही लोगों के बाल सफेद होने लगे हैं.
क्यों होते हैं बाल सफेद
- पहला सिद्धांत कहता है कि उम्र के बढ़ने के साथ ही बालों को रंग देने वाले अवयव मेलेनिन का उत्पादन धीमा या बंद हो जाता है। ऐसे में बालों में मिलने वाले रंग द्रव में कमी आ जाती है, जिससे वह अपने रंग को छोड़ने लगते हैं।
- दूसरा सिद्धांत कहता है कि मानव के बाल तीन चरणों में विकसित होते हैं, वह हैं एनाजेन, कैटिजन और टेलोजेन। एनाजेन के दौरान बालों का विकास होता है, कैटिजन वह चरण होता है, जिसमें आमतौर पर बालों में कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिलता और वह प्राकृतिक रूप से बढ़ते और टूटते रहते हैं। वहीं आखिर चरण टेलोजेन के दौरान बाल अपनी सतह छोड़ने और टूटने शुरू हो जाते हैं।
बालों को कैसे बचाएं
आंवला और मेथी के बीज बालों को सफेद होने से रोकते हैं और उन्हें पोषण भी देते हैं. मेथी के बीज और शुद्ध आंवले के तेल से बाल मजबूत होते हैं और उन्हें सफेद होने से भी बचाया जा सकता है. इसके अलावा आप अपनी डाइट में भी आंवला शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी का सेवन भी बालों की सेहत के लिए अच्छा है.
नेचुरल हेयर कलर
प्राकृतिक हेयर कलर का इस्तेमाल बालों के लिए अच्छा माना जाता है. मेहंदी नेचुरल हेयर कलर है. आप सिर्फ मेहंदी अपने बालों में लगाकर उन्हें शानदार रंग दे सकते हैं. इसके साथ ही आप चाहें तो उसमें आंवला, भृंगराज, ब्राह्मी आदि कई जड़ी-बूटियों का भी इस्तेमाल कर सकती हैं
करी पत्ता और नारियल ते
करी पत्ता और उसका तेल भी सफेद बालों को बढ़ने से रोकता है. इसमें कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स के अलावा शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो बालों को मजबूत करते हैं और सफेद होने से रोकते हैं. नारियल का तेल कलर पिगमेंट को सुरक्षित करने के लिए जाना-जाता है. अगर आप इन दोनों को मिलाकर बालों में लगाते हैं तो इससे आपके बाल बहुत हेल्दी होंगे और उन्हें सफेद होने से भी बचाया जा सकेगा.
क्या सफेद बाल हो सकते हैं काले
आपके जो बाल सफेद हो चुके हैं वो दोबारा काले नहीं हो सकते हैं. हालांकि आप इन पर डाई और कलर कर सकते हैं. आजकल बालों को डाई करना आम हो गया है. लेकिन केमिकल वाले कलर और डाई के ज्यादा इस्तेमाल से बाल खराब हो सकते हैं. इसकी जगह आप प्राकृतिक रंग या सेमी परमानेंट तरीके से अपने सफेद बालों को रंगते हैं तो इनसे आपके बालों को नुकसान नहीं पहुंचेगा.
कम उम्र में बालों को सफेद होने से बचाने के टिप्स
बालों का सफेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो आपकी उम्र के अनुसार होती है। बालों में मेलेनिन का उत्पादन उम्र के साथ कम हो जाता है। ऐसे में उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों के सफेद होने की प्रक्रिया भी होती रहती है।
समय से पहले बालों का सफेद होना एक ऐसी समस्या है जो कई लोगों में सामने आती है, लेकिन इसका कोई विशेष कारण नहीं है। यह आनुवंशिक कारकों, विटामिन और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों की कमी, हाइपोथायरायडिज्म, विटिलिगो आदि के चलते हो सकता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि तनाव या कुछ दवाओं का सेवन भी इस समस्या का कारण हो सकता है। पोषक तत्वों का सेवन और स्वस्थ जीवन शैली का अपनाकर आप इस समस्या को रोक सकते हैं।