भोपाल:– क्रेडिट कार्ड आज हर खरीदारी और ऑनलाइन खर्च का जरूरी साथी बन चुका है. लेकिन जब आपकी क्रेडिट हिस्ट्री कमजोर हो या सिबिल स्कोर न हो, तो नियमित क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल हो जाता है. ऐसे लोगों के लिए सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड एक नया दरवाजा खोलता है. आइए विस्तार से जानें कि यह कैसे काम करता है, किस तरह यह अलग है और इसके क्या लाभ-हानि हैं.
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड क्या है
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड मूल रूप से एक गारंटी या सुरक्षा जमा के आधार पर जारी किया जाता है. यानी, आपके बैंक खाते में एफडी या समान राशि जमा कराई जाती है, और उसी राशि के आधार पर बैंक आपके लिए क्रेडिट लिमिट तय करता है. यदि ग्राहक बिल का भुगतान नहीं कर पाता है, तो बैंक उस जमा राशि से बकाया वसूल सकता है. इस वजह से बैंक का जोखिम कम हो जाता है.
इसके विपरीत, सामान्य अनसिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड बिना किसी सुरक्षा राशि के जारी किए जाते हैं. बैंक ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री, आय और सिबिल स्कोर देखकर निर्णय लेते हैं
कैसे काम करता है और क्या है मुख्य अंतर
सिक्योर्ड कार्ड लेते समय आपको पहले से एक निश्चित राशि जमा करनी होती है. आपकी क्रेडिट लिमिट उस राशि के प्रतिशत के अनुरूप तय होती है, आमतौर पर 70% से 90% तक.
आप इस कार्ड से खरीदारी कर सकते हैं, बिलों का भुगतान कर सकते हैं, जैसे किसी सामान्य क्रेडिट कार्ड से करते हैं.
यदि आप समय पर भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंक आपके जमा राशि को जब्त करने का अधिकार रखता है.
समय पर भुगतान करने से आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है, क्योंकि बैंक आपकी ट्रांजैक्शन जानकारी क्रेडिट ब्यूरो को रिपोर्ट करता है.
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान
फायदे:
बिना क्रेडिट हिस्ट्री या कमजोर सिबिल स्कोर वालों के लिए आसान मंजूरी.
जमा राशि के आधार पर तय खर्च सीमा — ओवरस्पेंडिंग की संभावना कम.
एफडी पर ब्याज मिलता रहता है.
समय पर भुगतान करने पर सिक्योर्ड कार्ड को अनसिक्योर्ड कार्ड में अपग्रेड किया जा सकता है.
नुकसान:
भुगतान में देरी पर जमा राशि खोने का जोखिम.
बैंक के विशेष ऑफर या रिवार्ड प्रोग्राम सीमित रहते हैं.
जमा राशि लॉक रहती है, जिसे तुरंत नहीं निकाला जा सकता.
क्रेडिट लिमिट कम होती है, क्योंकि यह एफडी की राशि पर निर्भर करती है.
किसे लेना चाहिए और कब बचना चाहिए
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो अभी क्रेडिट इतिहास नहीं बना पाए हैं या जिनका सिबिल स्कोर कमजोर है. यह कार्ड उन्हें धीरे-धीरे एक अच्छा क्रेडिट रिकॉर्ड बनाने में मदद करता है.
हालांकि, यदि आपके पास अच्छा सिबिल स्कोर है और बैंक से अनसिक्योर्ड कार्ड आसानी से मिल सकता है, तो वह बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।