प्रयागराज। साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ने अपने भाई अशरफ, बेटे असद और हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को कोड नेम दिया था और सभी को Apple कंपनी के फोन दिए गए थे। खुद अतीक़ के पास जेल में भी था फोन
 सभी आरोपी फेस टाइम पर करते थे कोड नेम से ID बनाकर बात।
ये थे कोड नेम:
BADE-006: अतीक अहमद
CHOTE-007: अशरफ अहमद
Ansh_yadav00: असद अहमद
XYZZ1122: उमेश पाल की रेकी करने वाला आरोपी नियाज़
Bihar Tower: शूटर अरमान
Advo010: अतीक का वकील खान सौलत हनीफ
Patle- 009: अली अहमद (अतीक का बेटा)
फरवरी के महीने में प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के मामले में एसटीएफ की टीम ने एक खुलासा किया है जिसके मुताबिक साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद ने साजिश शामिल सभी लोगों को कोड नेम दिए थे. उसने शूटर नियाज को फोन भी किया था और मर्डर को कनफर्म भी किया. सूत्रों की मानें तो साबरमती जेल में बंद अतीक ने अपने भाई अशरफ, बेटे असद और हत्याकांड में शामिल सभी बदमाशों को कोड नेम दिया हुआ था. यही नहीं उमेश पाल की हत्या की साजिश में शामिल सभी लोग आई-फोन इस्तेमाल कर रहे थे. खुद अतीक के पास जेल में आई-फोन था 
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद का कोड नेम BADE-006, अशरफ का कोड था- CHOTE-007, अतीक के बेटे असद का कोड था- Ansh_yadav00, उमेश की रेकी करने वाले नियाज को कोड था- XYZZ1122, शूटर अरमान को कोड दिया गया था- Bihar Tower, अतीक के वकील हनीफ को कोड दिया गया था- Advo010, जेल मे बंद अली को कोड दिया गया था- Patle 009 
उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक और अशरफ लगातार एक शूटर नियाज को लगातार फोन कर रहे थे और पूछ रहे थे कि उमेश पाल मारा गया कि नहीं. साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद ने कई बार नियाज को फोन किया. साथ ही बरेली जेल में बंद अशरफ भी उसे फोन कर रहा था. इन दोनों को नियाज ने जवाब दिया था… जी भाई मर गया उमेश
