नई दिल्ली:- फोन का इस्तेमाल हम सालों से कर रहे हैं लेकिन ये कहना गलत होगा हम सभी को इसके सारे फीचर या खासियत की जानकारी है. एंड्रॉयड यूज़र्स के पास बाज़ार में कई ऑप्शन हैं, और कई लोग तो ऐसे हैं जो सिर्फ डिज़ाइन देख कर नया मोबाइल खरीदते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि कई एंड्रॉयड फोन में ऊपर की तरफ एक छोटा सा छेद मौजूद होता है. दरअसल ये माइक होता है. बता दें कि कुछ मोबाइल में दो माइक्रोफोन मिलते हैं. अब मन में ये सवाल आता है कि जब एक माइक से हमारी आवाज़ जाती है तो दूसरे का क्या काम होता है.
दूसरे माइक्रोफोन का इस्तेमाल नॉइस कैंसेलेशन के लिए किया जाता है. फोन इसका उपयोग बाहरी आवाज़ को सुनने के लिए करता है, ताकि यह मेन माइक्रोफोन का इस्तेमाल करके सुनी जाने वाले साउंड को फिल्टर कर सके.
इस तरह, यह आपकी आवाज़ के साथ आने वाले शोर को कम कर सकता है, और आपकी कॉल को दूसरी तरफ के लिए ज़्यादा ऑडिबल बना सके. बता दें कि फोन में एक माइक नीचे की तरफ होता है और दूसरा ऊपर की तरफ हमारे कान के पास.
आप नोटिस करेंगे तो देखेंगे कि फोन में नीचे की तरफ एक बहुत छोटा सा छेद होता है. इसके अंदर माइक प्लेस होता है. यह हमेशा हमारे होंठ के पास होता है ताकि हमारी आवाज को तुरंत कैच किया जा सके. नीचे की तरफ दिया गया माइक हमारी आवाज को दूसरे यूजर तक पहुंचाता है.
जब आप फोन पर बात करते हैं, तो दोनों माइक एक साथ एक्टिव रहते हैं. नीचे वाला माइक आपकी आवाज को पहचानता है और ऊपर वाला माइक आसपास के शोर-शराबे को कम कर देता है. अगर ये छोटा माइक न हो तो हर यूज़र को फोन पर बात करने में काफी परेशानी हो जाए.
