: कोई जानबूझकर पेट्रोल कार में डीजल नहीं भरवाएगा लेकिन गलती किसी से भी हो सकती है. लेकिन, यह गलती महंगी और हानिकारक हो सकती है. इसलिए, यह जानना जरूरी है कि अगर आप गलती से पेट्रोल कार में डीजल भरवा लेते हैं, तो आपको क्या करना चाहिए. लेकिन, इससे भी पहले आपको यह समझना चाहिए कि पेट्रोल कार में डीजल भरवाने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
पेट्रोल कार में डीजल भरे जाने से इंजन को भारी नुकसान पहुंच सकता है, यह सीज तक हो सकता है. डीजल की डेंसिटी पेट्रोल के मुकाबले ज्यादा होती है. यह पेट्रोल की तुलना में कम ज्वलनशील होता है. डीजल इंजन में हाई प्रेशर और तापमान पर जलता है जबकि पेट्रोल इंजन में कम प्रेशर और तापमान पर जलता है. इन्हीं सभी कारणों से यह इंजन में खराबी का कारण बन सकता है.
पेट्रोल कार में डीजल भराकर चलाने से इंजन के सिलेंडर, पिस्टन और शाफ्ट को नुकसान पहुंच सकता है. ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने से इंजन सीज भी हो सकता है. ऐसा होने पर आपको आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान होगा क्योंकि इंजन बहुत महंगा होता है और इसे रिपेयर कराना भी महंगा होता है, जो किसी ‘सजा’ से कम नहीं.
पेट्रोल इंजन में डीजल अच्छी तरह से नहीं जलता है, जिससे कार का परफॉर्मेंस कम रहेगा, यह धीमे चलेगी और इंजन में खड़खड़ाहट की आवाज भी आ सकती है. इंजन धुंआ भी ज्यादा निकल सकता है. ऐसा हो तो तुरंत कार को बंद कर दें.जितनी जल्दी पता चले, वो अच्छा!अगर गलती से पेट्रोल कार में डीजल डलवा लें तो जितनी जल्दी इसका पता चल जाए, वह अच्छा है. इसके बारे में आपको पता लगते ही कार स्टार्ट ना करें या स्टार्ट कर रखी है तो तुरंत बंद कर दें.
इसके बाद एक्सपर्ट से मदद लेकर गलत फ्यूल को तुरंत कार से बाहर निकलवा लें. इसके बाद कार को सर्विस सेंटर से चेक कराएं क्योंकि एक बार अगर डीजल इंजन में चला गया तो उसे बाहर निकालना मुश्किल होता है.