टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की रविवार को एक सड़क दुर्घटना में मौत के बाद देश में रोड सिक्योरिटी को लेकर चर्चा छिड़ गई है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने IAA Global Summit 2022 में कहा कि रोड सिक्योरिटी को लेकर आम जनता को अपनी सोच बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘लोग सोचते हैं कि पीछे की सीट पर बेल्ट लगाना जरूरी नहीं है. यही दिक्कत है. मैं हादसे पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन कार में आगे और पीछे बैठे लोगों को सीट बेल्ट लगानी चाहिए.’
इस दौरान उन्होंने एक किस्सा भी सुनाया. उन्होंने कहा, ‘आम आदमी को छोड़िए. मैंने 4 चीफ मिनिस्टर्स की कार में यात्रा की है. मुझसे नाम मत पूछिए. मैं आगे वाली सीट पर बैठा था और मैंने देखा कि वहां बेल्ट लगाने की जगह पर एक क्लिप (सॉकेट) लगी थी ताकि जब सीट बेल्ट ना पहनी हो तो उसकी आवाज ना आए. मैंने ड्राइवर्स को डांटा और फिर क्लिप हटवाई.’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘मैंने इसके बाद ऐसी क्लिप्स की मैन्युफैक्चरिंग और बिक्री को बैन कराया. हम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए क्रिकेटर्स, बॉलीवुड सितारों और मीडिया का सहारा ले रहे हैं.’
‘हर साल होते हैं 5 लाख हादसे’
साइरस मिस्त्री की मौत पर दुख जताते हुए उन्होंने कहा कि वो मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे. यह देश के लिए एक झटका है. दिक्कत ये है कि हर साल 5 लाख सड़क हादसे होते हैं और 1.50 लाख मौतें. इन मौतों में 65 प्रतिशत लोग 18-34 साल के बीच के होते हैं.
‘मैं भी जवानी में तोड़ता था नियम’
गडकरी ने यह भी बताया कि जवानी में वह खुद भी नियम तोड़ते थे. तब उनको पता नहीं था कि यह कितना खतरनाक है. कॉलेज के दिनों को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चुनाव के वक्त एक स्कूटर पर चार लोग बैठकर घूमते थे और नंबर प्लेट को हाथ से छिपा लेते थे ताकि चालान न हो. लेकिन अब लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी और ट्रैफिक के नियमों का पालन करना होगा. कुछ राज्यों में सड़क निर्माण की खराब गुणवत्ता पर चिंता जताते हुए गडकरी ने कहा कि राज्य सरकारें हर साल सड़कों की मरम्मत के लिए 10,000-15,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही हैं.