नई दिल्ली : बसंत पंचमी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे बसंत पंचमी के साथ श्री पंचमी, ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है यह त्योहार हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा- अर्चना करने का विधान है। आपको बता दें कि इस दिन बच्चों का उपनयन संस्कार होता था। साथ ही इस दिन गुरुकुलों में शिक्षा देने की शुरूआत भी की जाती थी। आपको बता दें कि इस साल बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी को मनाया जाएगा। आइए जानते हैं तिथि, शुभ मुहूर्त और मंत्र…
बसंत पंचमी 2024 तिथि
वैदिक पंचांग के मुताबिक पंचमी तिथि 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से शुरू हो रही है, जो 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12 बजकर 08 मिनट पर खत्म हो रही है। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर बसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी 2024 को मनाया जाएगा।
बसंत पंचमी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त
बसंत पंचम पूजा का शुभ मुहूर्त 14 फरवरी को सुबह 7 बजकर 2 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। आपको बता दें कि बसंत पंचमी के दिन शुभ मुहूर्त 5 घंटे 34 मिनट तक है।
मां सरस्वती के इन मंत्रों का करें जाप
1- इस मंत्र से दूर होगी करियर में बाधा
ॐ शारदा माता ईश्वरी मैं नित सुमरि तोय हाथ जोड़ अरजी करूं विद्या वर दे मोय।
2- इस मंत्र से कारोबार में होगी वृद्धि
शारदा शारदांभौजवदना, वदनाम्बुजे।
सर्वदा सर्वदास्माकमं सन्निधिमं सन्निधिमं क्रियात्।
3-इस मंत्र से संकट होते हैं दूर
विद्या: समस्तास्तव देवि भेदा: स्त्रिय: समस्ता: सकला जगत्सु।
त्वयैकया पूरितमम्बयैतत् का ते स्तुति: स्तव्यपरा परोक्ति:।।
4- ज्ञान में वृद्धि के लिए
ऎं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायां।
सर्व विद्यां देही दापय-दापय स्वाहा।
5- स्मरण शक्ति मजबूत करने के लिए
शारदायै नमस्तुभ्यं, मम ह्रदय प्रवेशिनी,
परीक्षायां समुत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा।।
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी के दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा- अर्चना की जाती है। साथ ही इस दिन सभी स्कूल-कॉलेज में मां सरस्वती की आराधना की जाती है। इस दिन मां सरस्वती को पीली मिठाई का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है।