नई दिल्ली :- दिल्ली लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। इसी बीच गौरव वल्लभ भी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार देश के उद्योगपतियों पर निशाना साध रही है। देश के धन सृजनकर्ताओं की आलोचना करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार गौतम अदाणी पर निशाना साध रही है।
कांग्रेस आलाकमान से आग्रह किया कि वह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के खिलाफ जांच शुरू करने के बाद अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी की आलोचना करना बंद करें। अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग द्वारा किए गए कुछ दावों के संबंध में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई।
कांग्रेस ने रात-दिन अदाणी और अंबानी के पास जाने की आदत बना ली है। मैंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, जिसमें मैंने अदाणी के खिलाफ कुछ संदर्भ दिए थे। हालांकि, जब सेबी ने अदाणी को क्लीन चिट दे दी तो मैंने उनके बारे में कोई भी सार्वजनिक बयान देना बंद कर दिया, मैंने कांग्रेस नेताओं को भी सलाह दी कि सेबी द्वारा क्लीन चिट मिलने के बाद वे उनकी आलोचना करना बंद कर दें।
गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता अदाणी और अंबानी की कड़ी आलोचना करते रहे हैं और उन पर केंद्र और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुचित लाभ प्राप्त करने का आरोप लगाते रहे हैं।
उन्होंने आगे खुलासा किया कि उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद टेलीविजन बहस या मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व नहीं करने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नए लोगों को नए विचारों को रोकती है। मैंने जब कांग्रेस ज्वाइन की थी जब 42 सांसद थे, मैंने सोचा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी में एस्पिरेशनल इंडिया के लिए नए लोगों की नए विचारों की जरूरत है।
