नई दिल्ली:– देसी घी हमारे भारतीय खानपान का अहम हिस्सा है। खाना बनाने से ले कर खाने में डालकर खाने तक, देसी घी का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। आज भी अधिकतर महिलाएं घर में ही घी बनाना पसंद करती हैं। क्योंकि घर का बना हुआ घी ज्यादा शुद्ध, ताजा और खुशबूदार होता है, जिसके हेल्थ बेनिफिट्स भी होते हैं। कई महिलाएं घी बनाते हुए उसमें एक ताजा पान का पत्ता भी मिलाती हैं। क्या आप जानती हैं ऐसा क्यों किया जाता है? दरअसल जब मक्खन को पकाकर घी बनाया जाता है, उसी समय इसमें एक पान का पत्ता मिलाया जाता है। अगर आप इसके पीछे की वजह नहीं जानती हैं, तो आइए जानते हैं।
घी बनाते हुए क्यों मिलाया जाता है पान का पत्ता?
घी बनाते हुए पान का पत्ता डालना बहुत पुराना नुस्खा है, जो कई घरों में इस्तेमाल होता आ रहा है। दरअसल इसके पीछे कई वजह होती हैं। सबसे पहले तो पान का पत्ता घी का एक्स्ट्रा मॉइश्चर एब्जॉर्ब करने का काम करता है, जिससे घी अच्छा बनाता है और उसकी शेल्फ लाइफ भी नेचुरली एन्हांस होती है। इतना ही नहीं पान का पत्ते में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, जिस वजह से घी की इंप्यूरिटीज कम होती हैं।
घी को खुशबूदार बनाता है पान का पत्ता
घी बनाते हुए उसमें पान का पत्ता डालने का एक फायदा ये भी है कि ये घी के नेचुरल अरोमा को एन्हांस करता है। पान का पत्ता डालने से घी और भी ज्यादा खुशबूदार बनता है। इससे घी में एक हल्का सा टेस्ट भी एड होता है, जो खाने में स्वादिष्ट लगता है। इसके अलावा आयुर्वेद में पान के पत्ते को अपनी डाइजेस्टिव और कूलिंग प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है। जब इसे घी में पकाया जाता है, तो इसके गुण भी उसमें एड हो जाते हैं।
पान के पत्ते की तरह कई चीजें होती हैं इस्तेमाल
घी बनाते हुए पान के पत्ते की तरह कई चीजें इस्तेमाल की जाती हैं। कुछ लोग इसमें करी पत्ता डालते हैं, हल्का सा मेथी दाना डालते हैं, कोई लोग मोरिंगा के पत्ते मिलाते हैं, तो वहीं कोई केसर या जरा सी हल्दी। ये सभी चीजें घी में एक टेस्ट और अरोमा तो छोड़ती ही हैं, साथ ही उसके गुण भी बढ़ा देती हैं।