नई दिल्ली । उत्तरप्रदेश के राज्य मंत्री सुरेश राही शनिवार को डीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए। वे 70 ग्रामीणों को शांतिभंग में नोटिस जारी होने के विरोध में जिला कार्यालय पहुंचे थे। इसी दौरान वे अफसरों की कार्यशैली से खफा हो गए और डीएम ऑफिस के बाहर बैठ गए। सियासी गलियारों में राज्य मंत्री के इस कार्य से हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि राज्य मंत्री सुरेश राही सुबह करीब साढ़े 10 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। उस वक्त डीएम अनुज कुमार संपूर्ण समाधान दिवस के लिए गए हुए थे। जब एसडीएम सदर अनिल कुमार समझाने पहुंचे तो मंत्री ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। कहा, बिना जांच के ही नोटिस जारी कर दिया। मंत्री के कलेक्ट्रेट में बैठने की सूचना मिलने पर डीएम करीब 11 बजे दफ्तर लौट आए। पूरे मामले की जांच एडीएम से कराने की बात कहकर मंत्री का गुस्सा शांत कराया।
वहीं सुरेश राही का आरोप है कि मेरे कहने के बाद भी एसपी ने हीलाहवाली की और उसके बाद प्रधान पति के इशारे पर 170 ग्रामीणों के खिलाफ एसडीएम सदर ने ग्राम समाज की जमीन पर कब्जे का आरोप लगाकर 107/16 की नोटिस भिजवा दिया। राज्यमंत्री ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।