छिंदवाड़ा:- छिंदवाड़ा जिले के परासिया में करीब 600 युवक-युवतियों ने जीवन की नई शुरुआत करने के सपने बड़ी उम्मीद से संजोए थे, लेकिन अचानक एक सरकारी आदेश ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया. मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना के तहत होने वाले कार्यक्रम की डेट अचानक कैंसिल करके अगले महीने कर दी गई है. इस मामले में अब कांग्रेस विधायक ने मोर्चा खोलते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.
7 मार्च को होने वाला था कन्या विवाह समारोह
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह और निकाह सम्मेलन ईडीसी ग्राउंड परासिया में 7 मार्च को होना था. सम्मेलन में विवाह के लिए क़रीब 600 जोड़ों ने पंजीयन कराए. सभी जोड़ों को उम्मीद थी कि 7 मार्च उनके लिए यादगार तारीख होगी. 7 मार्च को वे जीवनभर के लिए सात फेरे के बंधन में बंध जाएंगे, लेकिन एक सरकारी आदेश आया और उनके सपनों पर पानी फिर गया. परंपरा के मुताबिक दूल्हा-दुल्हन को हल्दी लगना भी शुरू हो गई. शादी के कार्ड भी बंट गए हैं.
दूल्हा और दुल्हन कई रस्में कर चुके हैं
निर्धारित तिथि से 3 दिन पहले अचानक आयोजन स्थगित कर दिया गया. इससे वर-वधु के परिजनों में आक्रोश फैल गया. वहीं, परासिया विधायक सोहन वाल्मिक ने चेतावनी दी “शादी सबसे बड़ा सपना होता है. ऐसे में लड़के और लड़कियों की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया है. कई रस्में हो चुकी हैं, उनका भी निर्वहन तोड़ा जा रहा है. अगले विवाह सम्मेलन को स्वीकार नहीं करेंगे. इस मामले को लेकर जन आंदोलन करेंगे.
अब सामूहिक विवाह सम्मेलन 13 अप्रैल को
सामूहिक विवाह सम्मेलन स्थगित होने के विरोध में 7 मार्च को परासिया रेलवे स्टेशन क्षेत्र स्थित मां सिद्धेश्वरी मंदिर परिसर से परासिया विधायक की उपस्थित में रैली निकाली जाएगी. एसडीएम कार्यालय में धरना देते हुए ज्ञापन सौंपा जाएगा. वहीं, परासिया जनपद पंचायत परासिया की सीईओ स्वाति सिंह बघेल ने बताया 7 मार्च को ईडीसी ग्राउंड परासिया में होने सामूहिक विवाह और निकाह सम्मेलन अब 13 अप्रैल को होगा.” सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग छिंदवाड़ा के उप संचालक कार्यालय द्वारा जारी निर्देशानुसार आयोजन तिथि में बदलाव किया गया है.