नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव 2023 के एग्जिट पोल के नतीजे आ चुके हैं. एग्जिट पोल में राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने का अनुमान है. वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर दिख रही है. इन राज्यों में 7 नवंबर से 30 नवंबर के बीच मतदान हुआ था. पांचों विधानसभा चुनावों के नतीजे रविवार 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
एग्जिट पोल क्या होता है?
एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे है जो मतदान के दिन किया जाता है। इसमें मतदान करके बाहर निकले मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी या प्रत्याशी को वोट दिया है। इस तरह से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करके यह अनुमान लगाया जाता है कि चुनावी नतीजे क्या होंगे। भारत में, चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल के परिणामों को मतदान के दिन प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा रखा है। हालांकि, यह प्रतिबंध मतदान के बाद प्रसारित किए जाने वाले एग्जिट पोल पर लागू नहीं होता है।
एग्जिट पोल कई तरह से किए जा सकते हैं। आमतौर पर, सर्वेक्षणकर्ता मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं से संपर्क करते हैं और उनसे कुछ सवाल पूछते हैं। इन सवालों में आमतौर पर यह शामिल होता है कि उन्होंने किस पार्टी या प्रत्याशी को वोट दिया है, और उन्होंने ऐसा क्यों किया।एग्जिट पोल का उपयोग चुनावी नतीजों का अनुमान लगाने के लिए एक उपयोगी उपकरण हो सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते हैं। कई कारक हैं जो एग्जिट पोल के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि मतदाताओं का झूठ बोलना या याद रखना कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया था।
एग्जिट पोल कब किए जाते हैं?
एग्जिट पोल मतदान के दिन ही किए जाते हैं। मतदान के बाद मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं से पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी या प्रत्याशी को वोट दिया है। इस तरह से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करके यह अनुमान लगाया जाता है कि चुनावी नतीजे क्या होंगे। उदाहरण के लिए, यदि एक चुनाव में दो चरण हैं, तो एग्जिट पोल आमतौर पर दूसरे चरण के बाद जारी किया जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में, एग्जिट पोल मतदान के पहले चरण के बाद भी जारी किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि चुनाव में दो चरण हैं और पहले चरण में मतदान प्रतिशत बहुत कम है, तो एग्जिट पोल के परिणामों से दूसरे चरण के परिणामों का अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है।