मध्य प्रदेश:- देवास जिले की सोनकच्छ की महिला तहसीलदार की बदजुबानी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह किसान को अंडे से निकला हुआ चूजा कह रही हैं. उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस मामले को सीएम मोहन यादव ने संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार पर बड़ी कार्रवाई की है.
सोनकच्छ तहसीलदार पर कार्रवाई, हटाया
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर देवास जिले के सोनकच्छ तहसीलदार के वायरल हो रहे वीडियो को संज्ञान में लिया है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि, अधिकारी आम लोगों के साथ सभ्य और शालीन भाषा का इस्तेमाल करें. इस तरह की अभद्र भाषा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सीएम के निर्देश के बाद कलेक्टर द्वारा तहसीलदार को सोनकच्छ से हटाकर जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया है.
किसानों को कहा- अंडा से निकला चूजा
शाजापुर जिले में ड्राइवर से औकात पूछने वाले मामले के बाद अफसरशाही का एक और वीडियो देवास जिले से निकलकर सामने आया है. इसमें सोनकच्छ तहसील की तहसीलदार किसान से बदजुबानी करती हुई दिखाई दे रही हैं. किसानों को अंडे से निकला चूजा कह रही हैं. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. मामला सोनकच्छ तहसील के अंतर्गत आने वाले कुम्हारिया राव गांव का बताया जा रहा है. गांव में बिजली विभाग के टावर लगाए जाने को लेकर महिला तहसीलदार अंजली गुप्ता गांव में पहुंची थीं. जहां कुछ किसानों ने तहसीलदार से उंगली दिखाकर बात कर दी, इसके बाद वह भड़क गईं.
भड़कीं तहसीलदार ने किसानों को सुना दिया
गुस्साई तहसीलदार किसानों को गुस्से में डांटती हुई कह रही हैं कि अंडे से निकले नहीं और बात कर रहे हैं मरने मारने की. साथ ही सरकार को चुनने और न चुनने को लेकर भी उन्होंने ग्रामीणों पर सवाल उठाए. अंत में वे सामने वाले युवा द्वारा कहे गए शब्द दोहराते हुए कह रही हैं कि दो शब्द क्या पढ़ लिए अंग्रेजी में, यू आर रिस्पॉन्सिबल आए बड़े.
हुआ क्या था, जान लीजिए?
किसानों ने बताया कि 7 जनवरी को पहली बार जब एमपीपीटीएल कंपनी के कर्मचारी किसान के खेत में गए तो किसान दिनेश जाट व उनके परिजनों ने मना कर दिया कि खड़ी फसल खराब होने का हवाला देकर कहा कि बिजली का पोल नहीं लगाने देंगे. कंपनी के कर्मचारी तहसीलदार अंजली गुप्ता के पास गए, खड़ी फसल का हवाला देते हुए तहसीलदार ने कंपनी के कर्मचारियों को मना कर दिया कि यह संभव नहीं है. इस बीच बिजली के अधिकारी कलेक्टर से इजाजत लेने पहुंच गए. कलेक्टर ने तहसीलदार को कहा और किसानों को उचित मुआवजा दिलवाने की बात भी कही.
किसान मान गए, लेकिन ऐसे बिगड़ गई बात
इसी बीच कलेक्टर के आदेश का पालन करते हुए तहसीलदार पहुंचीं, समझाया और किसान मान गए. साथ ही जाट परिवार के लोगों ने कलेक्टर से चर्चा करने की बात कही, लेकिन अगले दिन कंपनी के लोग जेसीबी मशीन लेकर पहुंच गए, जिससे किसान जाट परिवार नाराज हो गया, और उन्होंने एमपीपीटीएल कंपनी के अधिकारियों को वापस भेज दिया. जब बीते गुरुवार को मैडम फिर पहुंची और किसान के बेटे के “यू आर रिस्पॉन्सिबल” सुनने के बाद भड़क गईं.
क्या कहा तहसीलदार ने
सोनकच्छ तहसीलदार अंजली गुप्ता का कहना है कि मप्र पॉवर ट्रांसमिशन क.लि. सोनकच्छ क्षेत्र में 132 के.व्ही. लाइन बिजली के टॉवर खड़े कर रही है, जो किसानों के खेत में लग रहे. चूंकि फसल खड़ी है ऐसे में उचित मुआवजा मिलना है. हम MPPTL के अधिकारियों के साथ बुधवार 10 जनवरी को किसानों से बातचीत करने गए थे, क्योंकि वह कार्य में व्यवधान उत्पन्न कर रहे थे. उन्हें समझाया गया. समझाने के बाद गुरुवार 11 जनवरी को भी एक किसान ने व्यवधान उत्पन्न किया. वहां मौके पर असभ्य और गैर मर्यादित शब्दों का इस्तेमाल उनके द्वारा किया गया, जिसके रिएक्शन में मेरे द्वारा कहा गया. बाद में उन्होंने क्षमा भी मांगी. पूरा मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में है. वायरल वीडियो गुरुवार का है.
