मऊगंज/ मध्य प्रदेश के रीवा संभाग में नवनिर्मित जिला मऊगंज अंतर्गत देवतालाब विधानसभा क्षेत्र मुख्यालय एवं सुप्रसिद्ध शिव नगरी ग्राम पंचायत देवतालब के जनता लोकतंत्र की हत्या करने में आतुर हुए पंचायत सरपंच पति आनंद सिंह-ब्लॉक अध्यक्ष कॉन्ग्रेस कमेटी देवतालाब एवं सुपुत्र अंकुर सिंह-युवक कॉन्ग्रेस कमेटी ब्लॉक अध्यक्ष देवतालाब द्वारा सरपंच सरिता सिंह के समस्त पदीय दायित्यों का निर्वहन किया जा रहा राजनैतिक संरक्षण के चलते पंचायत की जनता में दहशत का माहौल पूर्व में भी ग्राम रोजगार सहायक प्रमोद मिश्रा को सरपंच पति अश्लील गाली देते हुए जान से मारने की भी धमकी दी गई थी जब वरिष्ठ अधिकारियों से रोजगार सहायक द्वारा शिकायत की गई तो राजनैतिक संरक्षण के चलते चुप करा दिया गया।
जनपद एपीओ शासकीय योजनाओं की आईडी पासवार्ड बना कर दिया गया सरपंच पति एवं पुत्र द्वारा पक्षपात पूर्ण निज चहेतों को सिर्फ योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है,कुछ ही दिनों पूर्व जनपद सदस्य गुड्डू सोंधिया द्वारा जॉब कार्ड डिलीट की सूची सौंपते हुए वरिष्ठ कार्यालय के अधिकारियों से शिकायत भी की गई थी परंतु जनपद पंचायत मऊगंज में अंगद की तरह वर्षो से पाव जमाए एपीओ द्वारा चंद आर्थिक हितों के सांठ गांठ कई सरपंच पति एवं पुत्रो को आईडी पासवार्ड दिया गया है। जिसका खामियाजा पंचायत के हितग्राहियों को भुगतना पड़ रहा।
बताते चलें जब विवेक तिवारी अपने कार्यों को लेकर पंचायत में गए सरपंच पति एवं पुत्र द्वारा गाली गलौज एवं मारपीट की गई,जिसकी थाना लौर में एफआईआर भी दर्ज कराई गई।
अब दिलचस्प बात यह है की ग्राम पंचायत देवतालब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के क्षेत्र का मुख्यालय भी है जहां न तो कर्मचारी सुरक्षित है और न ही जनता। इस तरह से कब तक सरकार की महत्वाकांक्षी महिला आरक्षण योजना निर्वाचित महिला सरपंचों की जगह पति एवं पुत्र कार्य करेंगे और वरिष्ट अधिकारी आंख बंद करके चंद फायदे के लिए जन प्रतिनिधि के रूप में पूजते जाते रहेंगे।