नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि मीडिया में छापी गई रिपोर्टें, जो दावा कर रही हैं कि दवाओं की कीमतों में वृद्धि होगी, झूठी और भ्रामक हैं। दरअसल मंत्रालय का कहना है कि 782 दवाओं के मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि 54 दवाओं के मूल्य में एक पैसे की मामूली वृद्धि की गई है। जानकारी दे दें की कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सरकार द्वारा पेनकिलर, एंटी-बायोटिक, एंटी-इन्फेक्टिव और कार्डिएक की दवाओं की कीमत में एक अप्रैल से 12 फीसदी तक की बढ़ोतरी की जाएगी। हालांकि अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की और से साफ कर दिया गया है की यह रिपोर्ट झूठी और भ्रामक हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी:
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि, “मीडिया में छापी गई रिपोर्टें दुर्भावनापूर्ण और झूठी हैं। दवाओं की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है।” वहीं इसके अलावा, उन्होंने कहा कि केवल 54 दवाओं के मूल्य में एक पैसे की मामूली वृद्धि हुई है, जो कि न्यूनतम है। मंत्रालय ने बताया कि, यह जो रिपोर्टें छापी गई हैं, वे विफल हैं और लोगों को भ्रमित कर रही हैं। दरअसल ऐसी खबरे लोगों को सही जानकारी से भटका देती है और भ्रांति में डाल देती है
मीडिया में किया गया दावा:
दरअसल कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया था कि, एक अप्रैल 2023 से जरूरी दवाओं की कीमत बढ़ जाएगी। दरअसल इन दवाओं में पेनकिलर, एंटी-बायोटिक, एंटी-इन्फेक्टिव और कार्डिएक की दवाएं शामिल की गई थी। जानकारी के अनुसार दावा किया गया था कि इनकी कीमत एक अप्रैल से 12 फीसदी तक बढ़ जाएगी। हालांकि अब स्वास्थ मंत्रालय कि और से इसे लेकर साफ कर कर दिया गया है कि यह खबर गलत है।
सरकार ने मीडिया के विफल दावों को खारिज किया है और लोगों को सही जानकारी के साथ रहने की सलाह दी है। वे स्पष्ट कर रहे हैं कि कोई भी दवाओं की कीमतों में वृद्धि नहीं की गई है। हालांकि सही जानकारी के साथ ही लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।