छत्तीसगढ़:- अगले महीने नगरीय निकाय चुनाव होना हैं। इसकी तैयारी की जा रही है। प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू हो उससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने पार्षद निधि जारी कर दी है। इस निधि से पार्षद अपने वार्ड का विकास कर सकेंगे। जो काम अधूरे रह गए हैं, उनको पूरा करने का प्रयास करेंगे।
हालांकि प्रदेश चुनाव आचार संहिता लागू होने में ज्यादा वक्त नहीं है। अभी ऐसा माना जा रहा है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर के दिन समाप्त होने के बाद प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की घोषणा की जा सकती है। इसी के साथ ही प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी।
166 निकायों के लिए जारी की निधि
छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री अरुण साव ने सरकार के इस फैसले को हरी झंडी दी है। बता दें कि निकाय चुनाव से पहले बड़ा फैसला लिया गया है। इसके तहत 66 करोड़ 6 लाख रुपए की पार्षद निधि की राशि जारी की गई है। यह राशि प्रदेश के 166 निकायों के लिए पार्षद निध की राशि जारी की गई है।
इस तरह जारी की गई निकायों को राशि
सरकार ने 14 नगर निगम को 21 करोड़ 96 लाख रुपए की पार्षद निधि जारी की है। 48 नगर पालिकाओं को 20 करोड़ 70 लाख रुपए की पार्षद निधि भेजी है। 104 नगर पंचायतों को 23 करोड़ 40 लाख रुपए की पार्षद निधि जारी की गई है।
वार्डों में विकास कार्य करेंगे पार्षद
बता दें कि पूर्व में जुलाई में निकायों को 65 करोड़ 72 लाख 24 हजार रुपए आवंटित किए गए थे। इससे कई विकास कार्य हुए हैं। इसके अलावा अब ठीक चुनाव से पहले पार्षद निधि जारी की गई है। इस निधि पार्षदों में उत्साह है। हालांकि अब पार्षदों के पास उतना समय नहीं बचा है। जहां वार्ड में विकास कार्य के लिए पार्षद निधि से कुछ बड़ा किया जा सकें।