नई दिल्ली:– भारत ने अब अमेरिका को वहां के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्टाइल में ही जवाब देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बुधवार को भारत ने अमेरिका द्वारा स्टील और एल्युमिनियम उत्पादों पर लगाए गए शुल्क के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) के तहत जवाबी टैरिफ लगाने का प्रस्ताव दिया है। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत जारी है, जिसका प्रारंभिक चरण सितंबर-अक्टूबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि अमेरिका ने पहले सुरक्षा उपायों के तहत स्टील पर 25% और एल्युमिनियम पर 10% आयात शुल्क लगाया था। इसके बाद 10 फरवरी 2025 को इनमें संशोधन करते हुए 12 मार्च से लागू किया गया। भारत का दावा है कि इन सुरक्षा उपायों से अमेरिका में भारत से आयात किए जाने वाले 7.6 अरब डॉलर मूल्य के उत्पाद प्रभावित होंगे, जिन पर 3.82 अरब डॉलर का शुल्क लिया जाएगा।
भारत ने WTO को सूचित किया है कि वह इन कदमों के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाएगा। भारत ने WTO से कहा, “भारत द्वारा प्रस्तावित जवाबी शुल्क अमेरिका से आयात किए गए उन उत्पादों पर लागू होंगे, जिन पर अतिरिक्त शुल्क लगाकर बराबर राजस्व वसूला जाएगा। यह अधिसूचना अमेरिका द्वारा स्टील, एल्युमिनियम और इससे जुड़े उत्पादों पर लगाए गए सुरक्षा उपायों के संदर्भ में दी गई है।”
भारत के प्रस्ताव के अनुसार, अमेरिका से कुछ विशिष्ट वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया जाएगा, जिससे अमेरिका के उत्पादों की कीमत भारत में महंगी हो सकती है। भारत ने पिछले सप्ताह ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी जवाबी शुल्क का सुझाव दिया था। इस टैरिफ से भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में नई चुनौती खड़ी हो सकती है, खासकर जब दोनों देश व्यापार समझौते के अंतिम चरण में हैं।
भारत ने WTO को सूचित किया है कि वह इन कदमों के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाएगा। भारत ने WTO से कहा, “भारत द्वारा प्रस्तावित जवाबी शुल्क अमेरिका से आयात किए गए उन उत्पादों पर लागू होंगे, जिन पर अतिरिक्त शुल्क लगाकर बराबर राजस्व वसूला जाएगा। यह अधिसूचना अमेरिका द्वारा स्टील, एल्युमिनियम और इससे जुड़े उत्पादों पर लगाए गए सुरक्षा उपायों के संदर्भ में दी गई है।”
भारत के प्रस्ताव के अनुसार, अमेरिका से कुछ विशिष्ट वस्तुओं पर आयात शुल्क बढ़ाया जाएगा, जिससे अमेरिका के उत्पादों की कीमत भारत में महंगी हो सकती है। भारत ने पिछले सप्ताह ऑटोमोबाइल सेक्टर पर भी जवाबी शुल्क का सुझाव दिया था। इस टैरिफ से भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में नई चुनौती खड़ी हो सकती है, खासकर जब दोनों देश व्यापार समझौते के अंतिम चरण में हैं।