कोरबा:– बालको थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तराईडांड में किसान शत्रुघ्न दास के घर 11-12 नवंबर 2025 की अर्धरात्रि हुई सनसनी वारदात डकैती मामले में पुलिस ने रहस्यपूर्ण खुलासा किया है। इसे डकैती की बड़ी साजिश का खुलासा करार दिया है। प्रारंभिक जांच में मामला हाई प्रोफाइल कहीं से भी नजर नहीं आया। प्रार्थी शत्रुघ्न दास अपने वीडियो बयान में सौम्या चौरसिया का पैसा कहां है, इसका जिक्र तो लेकिन FIR तक में नहीं किया। पुलिस की विवेचना और प्रारंभिक खुलासा में भी कहीं सौम्या चौरसिया दूर-दूर तक नजर नहीं आई। अब माना जा रहा है कि इस पूरे मामले से सौम्या चौरसिया का नाम पूरी तरह से गायब हो चुका है। हालांकि प्रार्थी की पुत्री बबीता दास के तार उनसे जरूर जुड़े हैं। पुलिस ने कुल 19 आरोपियों की गिरफ्तारी की लेकिन रुपए अथवा कोई जेवरात का भी बरामद होना नहीं बताया है जो कि ऐसे गंभीर मामले में सवालों के दायरे में देखा जा रहा है। पुलिस ने दिन-रात मेहनत कर मामला तो लगभग सुलझा लिया है,आरोपियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद भी बनी हुई है लेकिन दूसरी तरफ घटनाक्रम गड़ा धन तलाशने की ओर बढ़ चुका है। वारदात में प्रयुक्त हथियारों के साथ आने-जाने में उपयोग के 4 वाहन जप्त किए गए। वाहनों के स्वामित्व और उनकी संलिप्तता का पता लगाया जा रहा है।
क्या सौम्या का नाम भटकाने के लिए…?
पुलिस के खुलासे के बाद माना जा रहा है कि आरोपियों को बबीता और सौम्या के बीच का नाता मालूम था और उन्हें इस बात की उम्मीद थी कि सौम्या का पैसा बबीता के घर में कहीं रखा गया है,इसी संभावना के बलबूते उन्होंने 1 दिन की रेकी के बाद दूसरे प्रयास में वारदात को अंजाम दे दिया। पर, यह विचारणीय है कि पुलिस की FIR से लेकर प्रारंभिक विवेचना और खुलासे में कहीं भी इस तरह की बातों का जिक्र नहीं हुआ, सौम्या का नाम तक नहीं लिया गया। फिर,शत्रुघ्न दास चौरसिया का जिक्र क्यों किया? इस मामले से उसके तार दूर-दूर तक हैं भी नहीं, इसकी भी कोई जानकारी साझा नहीं की गई। सौम्या के साथ बबीता दास का किस तरह से नाता रहा, यह भी कहीं से उजागर नहीं किया गया। आरोपियों के हवाले से भी यह बात सामने नहीं लाई गई कि उन्होंने बार-बार सौम्या का नाम क्यों लिया और उन्हें घर में कितना गड़ा धन होने की संभावना थी। सौम्या का कोई पैसा लाखों रुपये यहां होने का इनपुट इन्हें मिला था,तो इसमें कितनी सच्चाई है? इस तरह की संभावना जिसके द्वारा जताई गई उसका पीड़ित परिवार से किस प्रकार का संबंध या पहचान था? पकड़े गए आरोपियों का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड या इस तरह की कोई और वारदात जिसे अंजाम दिया गया हो, इसका भी कोई खुलासा नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि बढ़ते दबाव और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के कारण पुलिस ने बहुत कुछ पीछे छोड़ दिया और इसमें कोई बरामदगी भी नहीं की गई जबकि वारदात के बाद पुलिस की जांच बढ़ने के साथ ही आरोपियों को इतना मौका नहीं मिला होगा कि वह रुपए और जेवरात को कहीं खापा सकें।
पुलिस के लिए यह सुकून है कि उन्होंने मामला सुलझा लिया लेकिन उस पर जिस तरह के आरोप लगे,वह भी अपने आप में चिंताजनक है। पकड़े गए आरोपियों के परिजनों ने जिला मेडिकल कॉलेज में उस वक्त हंगामा किया जब आरोपियों को न्यायालय में पेश करने से पहले चिकित्सकीय परीक्षण के लिए ले जाया गया था। फिलहाल, वारदात-FIR-संभावनाएं और खुलासे में बहुत कुछ विरोधाभास की चर्चा आम है।
घर से ले गए थे ये सामान,पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा
यह सवाल उपजा है कि 19 आरोपियों से पुलिस के हाथ हथियारों के अलावा कुछ नहीं लगा। इनसे नगदी मिली न एकाध जेवर की बरामदगी बताई गई। जबकि, प्रार्थी शत्रुघ्न दास द्वारा दर्ज कराई गई FIR मुताबिक वह सभी लोग परिवार के सारे सदस्यों को पिस्तौल, तलवार, चाकू एवं डंडा के बल पर अपने कब्जे में लेकर घर के अलमारी, पेटी, संदूक, दीवान को तोड़फोड़ कर चांदी का पायल, चांदी का हाथ पोछानी, बाजूबंद,कमर करधन, चांदी का बिछिया, सोने का मंगलसूत्र, चांदी का चूड़ा, चांदी का चैन, कान का सोने का झुमका, चांदी का तीन जोड़ी पायल, सोने की दो मंगल मोती, सोने की एक अंगूठी, दो पत्ती वाला सोने की एक अंगूठी, सोने की एक नथनी, चांदी का पायल एवं नगदी रकम दो लाख रूपये जुमला कीमती पांच लाख चालीस हजार रुपए लगभग लूटपाट किए हैं। पीड़ित परिवार ने अपने घर के प्रत्येक कमरे को चेक किया तो किराना दुकान के बीचो बीच बाथरूम, पूजा रूम व किचन रूम में लगभग 3-4 फीट का गड्ढा को खोदे।
5 टीम में 50 लोगों ने दिन-रात मेहनत की
एएसपी नीतिश ठाकुर ने बताया कि डकैती की बड़ी साजिश का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। तकनीकी विश्लेषण व विशेष टीम के माध्यम से कार्यवाही में कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। थाना बालको में दर्ज अपराध क्रमांक: 707/2025 धारा:- 310(2), 310(4), 61 भारतीय न्याय संहिता (BNS) एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीतिश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक भूषण एक्का एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री विमल पाठक के निर्देशन में 5 अलग-अलग टीम के साथ साइबर सेल मिलकर काम कर रही थी। 5 टीमों में कुल 50 अधिकारी एवं कर्मचारी थे। एक टीम ने घटना स्थल पर कैम्प किया व अन्य टीम द्वारा cctv चेकिंग, सूचना संकलन, विवेचना कार्य सहित घटना के विभिन्न पहलुओं पर जांच किया जा रहा था। सभी पहलुओं पर बारीकी से तकनीकी विश्लेषण,स्थल निरीक्षण एवं सूचना तंत्र के आधार पर आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की गई।
👉🏻 पुलिस द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में खुलासा पर एक नजर
घटना दिनांक 6.11.2025 एवं 11.11.2025 को ग्राम तरईडाँड़ निवासी शत्रुघन दास के घर पर लगभग करोड़ रुपए की राशि होने की जानकारी मिलते ही संगठित रूप से डकैती की योजना बनाई गई।
▪️मुख्य आरोपी चन्दकांत डिसेना ने अपने साथियों को संपर्क कर बुलाया।
▪️योजना में साहेब दास, पवनपूजन सिंह, रणु साहू, गोरेलाल पटेल, रितेश श्याम, गुनितराम पटेल सहित अन्य आरोपी शामिल थे।
▪️आरोपीगण अलग-अलग वाहनों से रात में घटनास्थल पहुँचे।
रेकी की गई, परंतु ग्रामीणों की सतर्कता एवं पुलिस गश्त की आशंका के कारण आरोपी घटना को अंजाम दिए बिना लौट गए। साहेब दास,नरसिंह दास द्वारा पीड़ित परिवार व संपत्ति की संपूर्ण जानकारी आरोपियों को उपलब्ध कराई गई थी।
🟠 गिरफ्तार किए गए आरोपियों का विवरण—
साहेब दास पिता लक्ष्मण दास महन्त 44 वर्ष तरईडाँड़, थाना बालको नगर, जिला कोरबा
विदेशी दास पिता मुकुल दास 36 वर्ष तरईडाँड़, थाना बालको नगर, जिला कोरबा
सुनील दास महन्त पिता साहेबदास 25 वर्ष तरईडाँड़, थाना बालको नगर, जिला कोरबा
नंदकिशोर राठौर पिता धनीराम राठौर 34 वर्ष खाम्हिया, थाना नगरदा, हाल – लायंस स्वीट के पास BDM हॉस्पिटल रोड, चांपा
पवनपूजन सिंह पिता उदियार सिंह गोड़ 45 वर्ष वार्ड नं. 03, थाना पाली, जिला कोरबा
संतोष कुमार श्रीवास पिता नोमन श्रीवास 48 वर्ष बिर्रा, हाल पता– तालदेवरी, थाना बिर्रा, जिला जांजगीर-चांपा
उमेश सिंह ठाकुर पिता नरेन्द्र सिंह ठाकुर 31 वर्ष तालदेवरी, थाना बिर्रा, जिला जांजगीर-चांपा
समार सिंह पिता बीरबल गोड़ 60 वर्ष भेजीनारा, थाना बाकीमोंगरा, जिला कोरबा
कलेश्वर सिंह पिता अतिक सिंह 27 वर्ष कमरीद, थाना सारागांव, जिला जांजगीर-चांपा
रतिराम सिंह (रतिराम यादव) पिता भोंदूराम 54 वर्ष हर्राभांठा, बाकीमोंगरा, जिला कोरबा
चन्दकांत डिसेना पिता भूषण लाल डिसेना 39 वर्ष बाँकीमोंगरा
नरसिंह दास पिता कंवेल दास 40 वर्ष बरेडीगुड़ा, दर्री, जिला कोरबा
श्याम जायसवाल पिता मिठाई लाल जायसवाल 28 वर्ष चिर्रा, कटघोरा
गोरेलाल पटेल पिता अनुजराम पटेल 36 वर्ष बोईदा, हरदीबाजार
रितेश श्याम पिता संतराम श्याम 46 वर्ष बोईदा, ओढ़ालीडीह, हरदीबाजार
गुनितराम पटेल रामादीन पटेल 60 वर्ष रेकी बाजारपारा, हरदीबाजार
शंकर पटेल उर्फ छोंदू जोधराम पटेल 28 वर्ष कुम्हारपारा हरदीबाजार
प्रदीप यादव उर्फ लल्लू समारू यादव 23 वर्ष दरभाभा, कटघोरा
अर्जुन विश्वकर्मा अजय विश्वकर्मा 19 वर्ष सुतर्रा,कटघोरा
🟣 पुलिस जांच में प्रमुख तथ्य सामने आए–
✔ साइबर सेल द्वारा तकनीकी विश्लेषण
✔ गाँव में की गई रैकी की पुष्टि
✔ संदिग्ध वाहनों की गतिविधि दर्ज
✔ मुख्य आरोपियों की भूमिका स्पष्ट
✔ मुखबिर की गुप्त सूचना से अहम सुराग
🔴पुलिस की अपील
कोरबा पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि —
📌 किसी भी संदिग्ध व्यक्ति, वाहन या गतिविधि की सूचना तत्काल थाना बालको या डायल 112 में दें।
📌 आपकी सूचना गोपनीय रखी जाएगी एवं उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
