नई दिल्ली:– भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज और झारखंड के कप्तान ईशान किशन ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी विध्वंसक बल्लेबाजी से क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है। बुधवार को कर्नाटक के खिलाफ खेले गए मुकाबले में किशन ने मात्र 33 गेंदों में शतक पूरा कर इतिहास रच दिया। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ईशान की इस पारी ने कई पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
वैभव सूर्यवंशी को पछाड़ा, गनी से चूके
ईशान किशन अब विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने बिहार के ओपनर वैभव सूर्यवंशी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जिन्होंने इसी दिन अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 36 गेंदों में सैकड़ा जड़ा था। हालांकि, सबसे तेज शतक का ओवरऑल रिकॉर्ड बिहार के ही सकीबुल गनी के नाम रहा, जिन्होंने महज 32 गेंदों में अपना शतक पूरा किया।
मिडिल ऑर्डर में ईशान का ‘मास्टर स्ट्रोक’
ईशान किशन की इस पारी की विशेष चर्चा उनके बल्लेबाजी क्रम को लेकर हो रही है। आमतौर पर ओपनिंग करने वाले किशन इस मैच में नंबर-6 पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने कर्नाटक के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए मात्र 39 गेंदों में 125 रन बना डाले। उनकी इस पारी में 7 चौके और 14 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे। 320.15 के स्ट्राइक रेट से खेली गई इस पारी ने आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिए उनकी दावेदारी और मजबूत कर दी है।
झारखंड का पहाड़ जैसा स्कोर
अहमदाबाद में खेले जा रहे ग्रुप-ए के इस मुकाबले में कर्नाटक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी थी, जो उनके लिए भारी पड़ गई। कप्तान ईशान किशन (125), विराट सिंह (88) और कुमार कुशाग्र (63) की आतिशी पारियों की बदौलत झारखंड ने निर्धारित 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 412 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
फॉर्म का सिलसिला जारी
ईशान किशन इस समय अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। हाल ही में उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) के फाइनल में हरियाणा के खिलाफ 49 गेंदों में 101 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। वह SMAT फाइनल में शतक लगाने वाले पहले कप्तान भी बने थे। विजय हजारे ट्रॉफी में उनकी यह निरंतरता भारतीय टीम के चयनकर्ताओं के लिए सुखद संकेत है।
