नई दिल्ली:– बिहार के उभरते क्रिकेट सितारे वैभव सूर्यवंशी ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। शुक्रवार को उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों प्रदान किया गया।इस प्रतिष्ठित सम्मान के बाद वैभव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। इसी कार्यक्रम में शामिल होने के कारण वह विजय हजारे ट्रॉफी 2025 के दूसरे राउंड के मुकाबले में बिहार की ओर से नहीं खेल पाए।
क्यों नहीं खेले वैभव विजय हजारे ट्रॉफी का मैच?
बिहार और मणिपुर के बीच खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी का नाम प्लेइंग इलेवन में नहीं था। इसकी वजह साफ करते हुए उनके बचपन के कोच मनीष ओझा ने बताया कि वैभव दिल्ली में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। कोच ने कहा,“वैभव को सुबह 7 बजे सेरेमनी के लिए रिपोर्ट करना था। इसी वजह से वह आज का मैच नहीं खेल सका।”
पहले ही मैच में रचा था इतिहास:
विजय हजारे ट्रॉफी के पहले ही मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। उन्होंने मात्र 84 गेंदों में 190 रन की ऐतिहासिक पारी खेली। इस पारी के दौरान सिर्फ 36 गेंदों में शतक लगाया है। लिस्ट-ए क्रिकेट के सबसे युवा शतकवीर बने भारत के लिए सबसे तेज लिस्ट-ए शतक लगाने वालों में चौथे स्थान पर पहुंचे हैं, एबी डिविलियर्स का सबसे तेज 150 रन का रिकॉर्ड भी तोड़ा है।
अब क्यों नहीं खेलेंगे विजय हजारे के बाकी मुकाबले?
बिहार बनाम मणिपुर मैच के बाद वैभव सूर्यवंशी सीधे अंडर-19 वर्ल्ड कप 2025 की तैयारी में जुट जाएंगे। यह टूर्नामेंट 15 जनवरी से जिम्बाब्वे में शुरू होने वाला है।इसी वजह से वह अब विजय हजारे ट्रॉफी के बाकी मैचों में बिहार टीम का हिस्सा नहीं होंगे। कोच ने क्या कहा कोच मनीष ओझा ने आगे बताया है, “वैभव को अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम के साथ तालमेल बैठाना है। इसलिए वह जल्द ही भारतीय टीम के कैंप से जुड़ जाएगा और विजय हजारे ट्रॉफी के बाकी मैच नहीं खेलेगा।”
भारतीय क्रिकेट को मिला भविष्य का सुपरस्टार:
महज 14 साल की उम्र में वैभव सूर्यवंशी ने जिस तरह से रिकॉर्ड तोड़े हैं और राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हासिल किया है, उसने उन्हें भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े उभरते सितारों में शामिल कर दिया है। अंडर-19 वर्ल्ड कप में उनके प्रदर्शन पर अब पूरे देश की नजरें होंगी।
