रायपुर, 18 फरवरी। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पदस्थ यातायात प्रभारी के रिश्वत लेते पकड़े जाने के मामले में कांग्रेस सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है छत्तीसगढ़ कांग्रेस शोषित.. महाकंगाल सरकार को “रिश्वत को संस्थागत स्वरूप देकर” मान्यता देनी चाहिये
अजय चंद्राकर ने समाचार पत्र में भ्रष्टाचार के आरोप में यातायात विभाग के सूबेदार विकास नारंग की गिरफ्तारी की खबर को अटैच करते हुए ट्वीट किया है, तथा उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ (शोषित.. महाकंगाल) सरकार को “रिश्वत को संस्थागत स्वरूप देकर” मान्यता देनी चाहिये। देश के पांच राज्यों में हो रहे चुनाव आगे भी चुनाव होने वाले हैं। यू ही छत्तीसगढ़ को A.T.M. सरकार नहीं कहा जाता “हाई कमान” बहुत “समर्थनवान” राज्य को ही ये दर्जा देतीं है।
बताते चलें ACB की टीम ने यातायात प्रभारी विकास नारंग और उसके एक साथी भरत पनिका को बस संचालन के लिए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ गिरफ्तार किया है।परेसान बस संचालक ने सूबेदार की शिकायत पहले की थी जिसमे उनके व्दारा साठ हज़ार रुपए की माँग की गई थी। पैसे नहीं देने पर सूबेदार बिना किसी वजह के चालान कर रहे थे। योजनाबद्ध तरीक़े से बस संचालक और सूबेदार के बीच संवाद कराया गया जिसमें 50 हज़ार रुपए में सहमति बन गई जिसके बाद रिश्वत की रकम लेते हुए एसीबी ने सूबेदार विकास नारंग और उसके सहयोगी भरत पनिका को गिरफ़्तार कर लिया है।