ब्लॉक रिपोटर: सूरज साहू tv36hindushtan पथरिया
जिला मुंगेली । (19 फरवरी) आजादी असंख्य बलिदान का परिणाम है। आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का मुख्य उद्देश्य उन बलिदानियों को याद करने का है। इसके साथ ही अपने देश को और भी सशक्त करने के संकल्प लेने का है, जिसका संकल्प लेकर उन सेनानियों ने अपनी शहादत दी। उक्त बातें सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक लोकसंपर्क कार्यालय द्वारा पथरिया के मंगल भवन में आजादी का अमृत महोत्सव विषयक त्रिदिवसीय मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी की शुरूआत पर विधायक व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कही।
उन्होंने कहा आक्रमणकारी शक्तियों के आगमन के पूर्व भारत विश्व गुरु रहा है। नालंदा व तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों में पढ़ाई के लिए दुनिया के दूसरे देशों से लोग आते थे। अमृत महोत्सव का उद्देश्य उसी प्रकार के भारत के पुर्नस्थापना के प्रति संकल्पित होने का है।
इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष ज्योति सिंह व नगर पंचायत अध्यक्ष ग्वालदास अनंत समेत अन्य जनप्रतिनिधि प्रमुखता से उपस्थित रहे। जनपद पंचायत अध्यक्ष ज्योति सिंह ने भी उपस्थित जनमानस को संबोधित की। नगर पंचायत अध्यक्ष ग्वालदास अनंत ने आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के कृतित्व को नमन किया। इससे पहले प्रादेशिक लोकसंपर्क कार्यालय के प्रमुख शैलेष फाये ने प्रदर्शनी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। प्रदर्शनी का उद्घाटन नेता प्रतिपक्ष ने फीता काटकर और द्वीप प्रज्वलित कर कि
निबंध और रंगोली में बताया आजादी का महत्व : प्रदर्शनी के पहले दिन देश की आजादी में छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान व आजादी का अमृत महोत्सव विषयक रंगोली प्रतियोगिता का आयोजित किया गया। इसमें स्थानीय प्रतिभागियों ने बड़ी संख्या में हिस्सेदारी ली। दोनों प्रतियोगिताओं में 79 प्रतिभागियों की हिस्सेदारी रही।
रैली से दिया जागरूकता का संदेश: इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष कौशिक व अन्य गणमान्य अतिथियों ने आजादी का अमृत महोत्सव विषयक जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में स्थानीय स्कूलों के विद्यार्थियों व एनएसएस के वालेंटियर्स ने हिस्सा लिया। क्षेत्र के लोगों को देशभक्ति से ओत-प्रोत नारे के माध्यम से आजादी का अमृत महोत्सव का संदेश दिया।
छत्तीसगढ़ी गीत में दिखी आजादी की गाथा : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से पंजीकृत लोक कलाकारों ने छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत के माध्यम से देश की आजादी में योगदान देने वाले शहीदों की गाथा का वर्णन किया।
छत्तीसगढ़ी व्यंजन एवं पोषाहार का लगे स्टाल
पथरिया के मंगल भवन में चित्र प्रदर्शनी स्थल पर जिला महिला एवं बाल विकास विभाग व सीडीपीओ रेखा दुआ के सहयोग से छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्टाल लगाया गया। इसमें आंगनवाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं ने स्थानीय खानपान व व्यंजनों के माध्यम से सुपोषण के बारे में जानकारी दी। रविवार के कार्यक्रम के बारे में बताया आजादी का आंदोलन विषयक पेंटिंग स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। इसमें स्थानीय जनमानस सहभागिता कर सकेंगे।
71 तस्वीरों में दिख रहा आजादी का संघर्ष
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक लोकसंपर्क कार्यालय द्वारा लगाई गई मल्टीमीडिया चित्र प्रदर्शनी में 71 तस्वीरें लगाई गई। इसके माध्यम से देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले सेनानियों के कृतित्व का बखान किया गया है। इसमें आजादी आंदोलन में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले छत्तीसगढ के 26 सेनानियों के कृतित्व को भी दर्शाया गया है।