कोरबा :- वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने आरोग्य परियोजना के अंतर्गत समुदाय में नशे की लत के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया है। इस अभियान का उद्देश्य नशे की आदत से होने वाले स्वास्थ्य और सामाजिक दुष्प्रभावों को कम करना तथा लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में परिवर्तनकारी प्रयास बन चुका है।
अब तक इस पहल के अंतर्गत 20 नशा मुक्ति समितियों का गठन किया जा चुका है, जिनकी भागीदारी से 7 गांवों में शराब के उत्पादन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अतिरिक्त गाँव में ‘ग्राम नशामुक्ति समिति’ का गठन किया गया जिसमें सार्वजनिक आयोजनों में नशे की हालत में पकड़े जाने पर अर्थदंड का नियम हैं। सामूहिक कर्यक्रम में इसका असर साफ दिखाई दिया, जहाँ लोग शराब से दूरी बना लिए हैं जो समुदाय में अनुशासन और स्वास्थ्य के प्रति चेतना को दर्शाता है।
नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो, दीवार पर संदेश, पोस्टर, स्लोगन और रैलियों जैसे सांस्कृतिक और रचनात्मक कार्यों के ज़रिए यह अभियान समुदाय तक पहुंच रहा है। विशेष रूप से स्कूलों में बच्चों को बचपन से ही नशे के दुष्परिणामों की जानकारी देकर उन्हें एक सशक्त और जागरूक नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पिछले वर्ष इस अभियान के माध्यम से 1,941 लोगों को नशा मुक्ति के प्रति जागरूक किया गया था।
‘तम्बाकू निषेध दिवस’ के अवसर पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नशा मुक्ति समितियों द्वारा जागरूकता रैलियों, संवाद बैठकों और वालंटियर्स के माध्यम से नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया गया, जिससे 460 से अधिक लोगों को सीधे रूप से प्रभावित किया गया।
बालको की आरोग्य परियोजना एक स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ-साथ जनचेतना का प्रतीक बन चुका है जो समाज को जागरूकता, जिम्मेदारी और स्वस्थ जीवनशैली की ओर ले जा रहा है। यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए एक नशामुक्त, सशक्त और संवेदनशील समाज की नींव रख रही है।