उत्तर प्रदेश:– सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य मुख्यालय के बाहर बुधवार को एक विवादास्पद पोस्टर में समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव पर ‘देशद्रोहियों’ के साथ होने का आरोप लगाया गया है। पोस्टर में एक तरफ लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर माद्री काकोटी और गायिका नेहा सिंह राठौर की तस्वीरें लगायी गयी हैं जबकि दूसरी तरफ लाल टोपी लगाये अखिलेश यादव की फोटो है।
पोस्टर में लिखा है, ”ये अंदर की बात है, वो देशद्रोहियों के साथ हैं।” इस पोस्टर के माध्यम से यह जताने की कोशिश की गयी है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सरकार पर आरोप लगाते हुए तल्ख टिप्पणी करने वाली प्रोफेसर काकोटी और गायिका नेहा सिंह के बयानों को यादव का समर्थन प्राप्त है।
क्या है मामला?
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद सोशल मीडिया पर कथित आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने के लिए भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ लखनऊ और गाजियाबाद में पहले ही प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। वहीं, लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर माद्री काकोटी पर भी हमले के बाद सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणियों के लिए मामला दर्ज किया गया है।
माद्री काकोटी के खिलाफ भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता जतिन शुक्ला उर्फ मनमोहन शुक्ला ने शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि काकोटी के सोशल मीडिया पोस्ट में अक्सर भगवा आतंकवादी जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है लिहाजा वे भारत में दंगे भड़काने के इरादे से प्रयोग किये गये हैं।
किसने लगवाए पोस्टर?
भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शम्सी आजाद द्वारा लगाए गए पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें भी हैं। उनकी तस्वीर के नीचे लिखा है- “देश नहीं झुकने देंगे।” इसमें आगे लिखा है, ”सर्जिकल स्ट्राइक याद रखें, हमने घुसकर मारा और हम फिर ऐसा करेंगे।”
समाजवादी पार्टी ने ऐसे पोस्टर लगाने की निंदा करते हुए कहा है कि भाजपा केवल देश का माहौल खराब करने में विश्वास रखती है। सपा के प्रवक्ता शरवेंद्र विक्रम सिंह ने कहा, ”भाजपा कार्यकर्ताओं को जो करना है, वह करने की उन्हें आजादी है। प्रदेश और देश के लोग जानते हैं कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए समाज को बांट रही है। हमारी पार्टी आतंकवादियों के खिलाफ सरकार की किसी भी कार्रवाई के साथ है।”