भगवान भोलेनाथ सबसे सरल व सहज देवता हैं. 1 जुलाई से अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2023) शुरू होने जा रही है. अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा की पुख्ता तैयारियां की गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अमरनाथ यात्रा के दौरान जमीन से लेकर आसमान तक पैनी सुरक्षा व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए रात में भी श्रीनगर और जम्मू से हवाई सेवा उपलब्ध कराने को कहा है. आइए जानते हैं इस बार अमरनाथ यात्रा में क्या-क्या सुविधाएं मिलने वाली हैं ?:
पहले सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दो महीने तक चलने वाली यात्रा के लिए की जा रही सुरक्षा तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की थी. इस उच्च स्तरीय बैठक में शाह ने कहा कि मोदी सरकार की यह प्राथमिकता है कि अमरनाथ यात्रियों को सुगमता से दर्शन हों और उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़े.
इस दौरान शाह ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं जिससे किसी भी हादसे को होने से रोका जा सके. बता दें ये यात्रा 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगी.सभी यात्रियों को 5 लाख रुपये का बीमाबैठक में बताया गया है कि सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड (RFID card) दिए जाएंगे ताकि उनकी वास्तविक वर्तमान स्थिति (रियल टाइम लोकेशन) का पता लगाया जा सके और सभी को 5 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा.
इसके अलावा तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले हर जानवर के लिए भी 50,000 रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा. :शाह ने तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा, ठहरने, बिजली, पानी, संचार और स्वास्थ्य सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. गृह मंत्री ने ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त भंडार और उनकी रिफिलिंग सुनिश्चित करने का और डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमों की उपलब्धता को लेकर भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा है.
वहीं भूस्खलन या किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं. NDRF ने यात्रियों के लिए लगाए जाने वाले शिविर के लिए स्थान चयन का काम शुरू कर दिया है. मार्ग से बर्फ हटाने के निर्देश अमरनाथ गुफा को जाने वाले दोनों मार्गों-बालटाल और पहलगाम पर भारी बर्फ जमी है. इसके लिए सीमा सड़क संगठन (BRO) को 15 जून तक बर्फ हटाने का काम सौंपा गया है.