नई दिल्ली:– भारत की नागरिकता प्राप्त करने के लिए खुद को बांग्लादेश में प्रताड़ित हिंदू बताते हुए छह बांग्लादेशी परिवार सामने आए हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को छह सदस्यीय टीम शहर पहुंची और तथ्यों की छानबीन की। यह मामला चंदौसी कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा है। मंगलवार शाम जिला स्तरीय कमेटी के समक्ष भारत की नागरिकता के लिए आवेदन करने हेतु छह बांग्लादेशी हिंदू परिवार सामने आए, हालांकि बाद में केवल पांच परिवारों के उपस्थित होने की जानकारी सामने आई। आवेदक अपने साथ कुछ दस्तावेज लेकर पहुंचे थे, लेकिन कागजात पूरे न होने के कारण कमेटी ने उन्हें एक और अवसर दिया है।
कमेटी ने उनसे बांग्लादेशी नागरिक होने के ठोस प्रमाण प्रस्तुत करने को कहा है। सीएए कानून के तहत गठित जिला स्तरीय कमेटी में डाक विभाग के अधीक्षक, एक तहसीलदार और दो आईबी अधिकारियों सहित कुल छह सदस्य शामिल हैं। तहसीलदार रवि सोनकर ने बताया कि यह कमेटी छह माह में एक बार बैठक करती है। प्रताड़ित बांग्लादेशी हिंदू परिवारों को अपने बांग्लादेशी होने से संबंधित आवश्यक दस्तावेज कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करने होते हैं। कागजात पूरे न होने के कारण सभी आवेदकों को अगली तिथि पर बुलाया गया है।
