विशाखापट्टनम:- नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयर इंडिया विमान दुर्घटना में ‘पारदर्शी और पेशेवर’ जांच करने के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की तारीफ की है. शनिवार को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शुक्रवार को जारी एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट की नागरिक उड्डयन मंत्रालय समीक्षा कर रहा है. उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की टिप्पणियां की जाएंगी.
नायडू ने कहा, “मैं एएआईबी द्वारा किए गए कार्य की सराहना करता हूं; बहुत सराहनीय कार्य किया गया है. एएआईबी पहली बार ब्लैकबॉक्स के डेटा को डिकोड करने की कोशिश कर रहा था, जो बहुत ही चुनौतीपूर्ण और कठिन कार्य था. यह भारत में खुद की लैब में किया गया. सब कुछ अपनी तरह का पहला प्रयास किया गया है. सभी प्रयासों की सराहना करते हैं.”
उन्होंने कहा, “यह प्रारंभिक रिपोर्ट है; मंत्रालय में, हम इसका विश्लेषण कर रहे हैं. हम किसी भी समर्थन के लिए AAIB के साथ समन्वय कर रहे हैं. हम उम्मीद कर रहे हैं कि अंतिम रिपोर्ट जल्द ही सामने आए ताकि हम कुछ निष्कर्ष पर पहुंच सकें.”
नायडू ने आगे कहा कि पायलट और चालक दल विमानन उद्योग की रीढ़ हैं और उन्होंने आश्वासन दिया कि सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
उड़ान भरने के 90 सेकंड के भीतर की घटनाओं का वर्णन
भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने शुक्रवार को एयर इंडिया विमान दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में विमान के उड़ान भरने के 90 सेकंड के भीतर घटित घटनाओं के क्रम का वर्णन किया गया है, जिसमें विमान के दोनों इंजन उड़ान भरने के फौरन बाद बंद हो गए, जिसके कारण विमान का थ्रस्ट ( विमान को उड़ान भरने में मदद करने वाला बल) बहुत कम हो गया और विमान तेजी से नीचे आ गया.
विमान के उन्नत एयरबोर्न फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR), जिसे ब्लैकबॉक्स कहा जाता है, से मिले डेटा से पता चला कि उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद, दोनों इंजनों के ईंधन कटऑफ स्विच, एक-एक सेकंड के अंतराल पर, अनजाने में RUN से CUTOFF पर चले गए. एक पायलट को दूसरे से पूछते हुए सुना गया, “तुमने कटऑफ क्यों किया?” जिस पर दूसरा पायलट कहता है, “मैंने नहीं किया.”
इस शटडाउन के कारण रैम एयर टर्बाइन (आरएटी) की तैनाती शुरू हो गई, और विमान ने तुरंत ऊंचाई खो दी और वह नीचे गिर गया.
एएआईबी के अनुसार, पायलटों ने दोनों इंजनों को फिर से चालू करने के प्रयास में फ्यूल स्विच को फिर से सक्रिय किया. इंजन 1 में थ्रस्ट ठीक होने के संकेत दिखाई दिए, लेकिन इंजन 2 स्थिर नहीं हो पाया. विमान, जो कुछ समय के लिए 180 नॉट की गति तक पहुंच गया था, पहले ही नीचे उतर रहा था और ऊंचाई हासिल नहीं कर पा रहा था. अंतिम संकट संदेश – “मेडे” – 08:09 UTC पर भेजा गया. इसके कुछ ही सेकंड बाद विमान हवाई अड्डे की परिधि के बाहर आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से टेकऑफ के तुरंत बाद एयर इंडिया बोइंग 787-8 विमान (फ्लाइट AI-171) दुर्घटनाग्रस्त हो गए था. इस विमान हादसे में 260 लोग मारे गए, जिसमें 229 यात्री, 12 चालक दल के सदस्य और 19 लोग शामिल थे.