नई दिल्ली:– दिवाली का त्योहार आने में बस कुछ दिन शेष रह गए है। यह त्योहार सबसे बड़े त्योहारों में से एक होता है जो घर-परिवार के सभी एक साथ खुशी-खुशी से मनाते है। दिवाली के दौरान माता लक्ष्मी और गणेशजी की पूजा के साथ स्वादिष्ट पकवान और मिठाईयों का भोग लगता है। इसके अलावा दिवाली के जश्न को और बढ़ा देते है वो है पटाखे। पूजा के बाद जमकर लोग पटाखे जलाते है भले ही यह प्रदूषण को बढ़ाते है लेकिन त्योहार के आगे कोई बात नहीं होती है।
बच्चों को पटाखे काफी पसंद होते है इसे जलाना वे पसंद करते है लेकिन उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य भी जरूरी होते है। बच्चों के साथ पटाखे जलाने के दौरान सतर्कता और सावधानियां बरतना जरूरी होता है।
पटाखा जलाने के दौरान इन 7 बातों का रखें ध्यान
दिवाली के दिन बच्चों के साथ जश्न मना रहे है तो पटाखे जलाने के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए…
पटाखे जलाने के समय बच्चों के साथ किसी बड़े को मौजूद रहना चाहिए।बच्चे अक्सर जोश-जोश में गलती कर बैठते हैं, ऐसे में बड़ों की मौजूदगी उन्हें सुरक्षित रखेगी।
2-पटाखा जलाने के लिए सही जगह का होना बेहद जरूरी है। ऐसी जगह जहां पर आसपास कोई ज्वलनशील चीज न हो, जैसे सूखे पत्ते, घास, या कपड़े. बालकनी या घर के अंदर पटाखे जलाना बहुत खतरनाक हो सकता है. मैदान या खाली प्लाट सबसे अच्छी जगह होते हैं।
3- दिवाली पर किसी तरह की अनहोनी न हो जाएं इसके लिए पानी की बाल्टी और रेत हमेशा तैयार रखें। अगर कोई चिंगारी उड़ जाए या आग लग जाए, तो आप तुरंत उस पर काबू पा सकते हैं।
4- बच्चों को पटाखे जलाते समय सूती और थोड़े फिटिंग वाले कपड़े पहनाएं। इसके अलावा अगर आप नायलॉन या सिंथेटिक कपड़े पहनने है तो आग की चपेट में जल्दी आ सकते है।
5-सस्ते और लोकल पटाखे खरीदने से बचें. हमेशा किसी अच्छी और भरोसेमंद दुकान से ही पटाखे खरीदें। सस्ते पटाखे जलाना नुकसानदायक होता है आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए।
-रॉकेट या तेज आवाज वाले पटाखे जलाते समय बच्चों को हमेशा दूर रखें. फुलझड़ी या अनार जैसे छोटे पटाखे भी जलाते समय थोड़ी सावधानी बरतें। पटाखों से पर्याप्त दूरी बनाए रखने से चोट लगने का खतरा कम होता है।
7-पटाखे जलाने के बाद बचे हुए अनार के खोल या अधजले पटाखों को ऐसे ही न छोड़ दें. उन्हें पानी में भिगोकर या रेत में दबाकर ही ठिकाने लगाएं। अधजले पटाखों से दोबारा आग भड़क सकती है।