मध्यप्रदेश:– अचार हम भारतीयों के खाने का अहम हिस्सा है. खाने में चटपटा, खट्टा-तीखा स्वाद जोड़कर यह हमारी थाली को और स्वादिष्ट बना देता है. अचार खाने में जितना अच्छा लगता है, उसे खराब होने से बचाने के लिए सही तरीके से स्टोर करना भी उतना ही जरूरी है.
कई लोग अचार को प्लास्टिक के डिब्बों में रख देते हैं, जो वाकई नुकसानदायक हो सकता है. चलिए जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है.
अचार में नमक, तेल और अम्ल की मात्रा ज़्यादा होती है
अचार में आमतौर पर नमक, नींबू का रस, सिरका और मसालेदार तेल होते हैं. ये सभी चीज़ें तेज़ अम्लीय होती हैं. जब ये अम्ल प्लास्टिक के संपर्क में आते हैं, तो वे प्लास्टिक से रासायनिक तत्व को घोलकर अचार में मिला सकते हैं.
प्लास्टिक से निकलने वाले हानिकारक रसायन
कई प्लास्टिक कंटेनरों मे Phthalates, और अन्य toxic chemicals पाए जाते हैं. ये पदार्थ धीरे-धीरे खाने में घुल सकते हैं, खासकर जब कंटेनर धूप में या गर्म जगह पर रखा जाए, या लंबे समय तक अचार उसमें रखा रहे.
इन रसायनों से हो सकता है
हार्मोनल असंतुलन
लिवर और किडनी को नुकसान
कैंसर का खतरा बढ़ना
अचार स्टोर करने के लिए सही विकल्प
काँच के जार: सबसे सुरक्षित और पारंपरिक तरीका. यह अम्लीय पदार्थों के साथ प्रतिक्रिया नहीं करते.
सिरेमिक या मिट्टी के बर्तन: ये अचार के स्वाद और खुशबू को भी बेहतर बनाए रखते हैं.
 
		