नई दिल्ली : क्या आपने कभी मूली का हलवा खाया है? मूली का हलवा का नाम सुनकर थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है लेकिन एक बार इस हलवे का स्वाद चखने के बाद यह आपके फेवरेट डेजर्ट लिस्ट में शामिल हो सकता है. मूली कब्ज के लिए रामबाण हैं. इसे खाने से पुराने से पुरानी कब्ज दूर होती है।
ठंड शुरू होते ही गर्म हलवा खाने की फरमाइश हर घर में शुरू हो जाती है. आमतौर पर गाजर, सूजी, आटा, मूंग दाल या फिर बेसन के हलवे का स्वाद तो आपने कई बार चखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी मूली का हलवा खाया है? मूली का हलवा का नाम सुनकर थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है लेकिन एक बार इस हलवे का स्वाद चखने के बाद यह आपके फेवरेट डेजर्ट लिस्ट में शामिल हो सकता है. यह हलवा ठंड के मौसम में सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी साबित होता है।
मूली के हलवे की रेसिपी
मूली का हलवा बनाने के लिए सबसे पहले हमें मूली का सिलेक्शन करना पड़ता है.
जैसे आप सूखी हुई और कड़ी मूली नहीं ले सकते हैं.
हलवा बनाने के लिए आपके छोटे-छोटे और ताजा मूली का इस्तेमाल करना चाहिए.
सबसे पहले मूली को धूल कर छोटे -छोटे बारीक पीस काट लें. फिर उसे बार-बार पानी से साफ करें.
छोटे -छोटे बारीक कटे हुए मूली को उबाल लें, फिर उसे देसी घी में फ्राई करके उसमें मावा डालकर अच्छे से पकाएं
फिर जब हलवा अच्छे से पकने लगे तो फिर उसमें चीनी डाल के और अच्छे से पकाएं, फिर हलवा में ऊपर से ड्राई फ्रूट डालकर आप उसे सर्वे कर सकते हैं.
अगर आप 1 किलो मूली का हलवा बना रहे हैं, तो उसमें आप आधा किलो घी और आधा किलो मावा का इस्तेमाल करें, तभी आपका हवा अच्छे से बनेगा।
मूली खाने के फायदे
राकेश जी ने बताया कि मूली सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. मूली कब्ज के लिए रामबाण हैं. इसे खाने से पुराने से पुरानी कब्ज दूर होती है. यह बबासीर में भी यह आराम देता देती है. यह पाचन क्रिया भी सही रहती है. आयुर्वेद में भी मूली को खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि आंतों की सफाई के लिए मूली से अच्छी कोई दवा नहीं है।