देश में ऐसे कई लोग हैं, जो गुमनामी में रहकर भी नि:स्वार्थ भाव से अपना पूरा जीवन दूसरों की सेवा में लगा देते हैं. ऐसे लोग देश के सर्वोच्च सम्मान देने के समय ही हमारे सामने आते हैं.
कर्नाटक की पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा उनमें से ही एक हैं. उन्हें ‘जंगल की इनसाइक्लोपीडिया’ नाम से भी जाना जाता है. सोमवार को उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
तुलसी गौड़ा की सादगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब वे यह सम्मान लेने पहुंचीं, तो उनके बदन पर पारंपरिक पोशाक थी और पांव नंगे थे.