रायपुर । छत्तीसगढ़ में इस वर्ष सरकार रिकार्ड एक करोड़ पांच लाख टन धान समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदेगी। राज्य के 21 वर्षों के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य है। धान खरीदी के लिए गठित मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में यह लक्ष्य तय किया गया है। खरीदी शुरू करने की तारीख की घोषणा नहीं की गई है। इसके लिए समिति की दिवाली के बाद फिर से बैठक होगी। समिति ने किसानों के स्वयं के बारदाने में भी धान खरीदी की छूट देने का फैसला किया है।
खरीदी की दरें
सामान्य धान 1,940
ग्रेड-ए धान 1,960
मक्का1,870
(आंकड़े रुपये प्रति क्विंटल में)
अफसरों ने बताया कि जूट कमिश्नर के माध्यम से मिलने वाले बारदाने के अलावा पीडीएस राइस मिलर्स से भी बारदानों की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा एचडीपी बैग व अतिरिक्त बारदाने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है।
बैठक में समिति के सदस्य व मंत्री रविंद्र चौबे, डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम, अपेक्स बैंक के चेयरमैन बैजनाथ चंद्राकर, खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त डा. कमलप्रीत सिंह, सहकारिता विभाग के सचिव हिमशिखर गुप्ता, विशेष सचिव मनोज सोनी, मार्कफेड की एमडी किरण कौशल, नान के एमडी निरंजन दास, अपेक्स बैंक के केएन टांडे समेत अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
61.65 लाख टन चावल लेगी केंद्र सरकार
अफसरों ने बताया कि केंद्र सरकार ने इस वर्ष राज्य से 61.65 लाख टन अरवा चावल लेने की सहमति दी है। पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने 48 लाख टन चावल लिया था। इसमें 16 लाख टन से अधिक उसना था। इस वर्ष केंद्र सरकार उसना चावल खरीदने से मना कर दिया है।
अफसरों ने कहा कि इसकी वजह से दिक्कत हो सकती है। इसे देखते हुए बैठक में तय किया गया है कि खाद्य मंत्री भगत केंद्र सरकार को पत्र लिखकर राज्य से उसना चावल भी लेने का आग्रह करेंगे।
24 लाख से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन
इस वर्ष समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए करीब साढ़े चौबीस लाख किसानों ने पंजीयन कराया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में करीब ढाई लाख अधिक है। वहीं पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 48 हजार हेक्टेयर खेती का रकबा भी बढ़ा है।