जवा – वैसे तो समूचे जिला आवारा मवेशियों की बजह से किसान को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है कहने के लिए सरकार द्वारा गौशाला निर्माण की लंबी चौड़ी घोषणा के बाद काफी प्रचार प्रसार भी किया लेकिन वह शासन प्रशासन की अनदेखी का शिकार होकर रह गई है। मऊगंज की गौशाला उसका जीता जागता प्रमाण है। किसानों की समस्या की बात करें तो जवा ब्लॉक में आवारा पशु किसानों की फसल चट कर जा रहे। फसल बचाने के लिए किसान दिन रात खेतों की रखवाली कर परेशान हैं, लेकिन कोई स्थायी हल नहीं निकल पा रहा है। क्षेत्र के किसानों ने समस्या समाधान की गुहार लगाई है।जवा ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में झुंड के रूप में घूम रहे आवारा मवेशियों ने किसान के दिन चैन और रात की नींद हराम कर दी है। आवारा पशुओं से खेतों में खड़ी धान आदि फसलों को बचाने के लिए किसान हर जुगत कर हार चुके हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है।
स्थायी हल नहीं निकलने से अन्नदाताओं में बेचैनी है। सरकार और जिला प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो मोटी लागत और कड़ी मेहनत के बाद भी उपज घर तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। बधई पाटी के किसान अजय मिश्रा, वा पतिहन पुरवा के किसानो ने बताया कि खेतों में खड़ी धान वा अरहर की फसल को आवारा पशु चट कर रहे है और इनकी रोकथाम के लिए कोई स्थाई हल नहीं निकल पा रहा है। सरकारी नौकरी की तरह घर के बच्चों से लेकर बड़े बारी-बारी से खेतों पर मुस्तैद रहते हैं। मवेशी इतने होशियार हो गए हैं कि जब तक कोई खेतों पर रहता है तब तक नहीं आते। नहाने और खाने के लिए घर चले जाने पर मवेशियों का झुंड खेतों को निशाना बनाकर फसल तहत-नहस कर देते हैं।