बिहार:– मौसम में लगातार बदलाव जारी है। मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के अधिसंख्य भागों में गरज-तड़क के साथ बूंदाबांदी व झोंके के साथ तेज हवा चलेगी। कुछ जिलों में ओले गिरने की भी संभावना है, जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
इन इलाकों में ओले गिरने के आसार
खगड़िया, मुंगेर, जमुई, बांका और भागलपुर में ओले गिरने की संभावना है, जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
प्रमुख शहरों के मौसम का हाल
शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
पटना 30 21
मुजफ्फरपुर 31 20
भागलपुर 30 21
नवादा : मौसम के बदले मिजाज ने कराया ठंड का अहसास
प्रखंड के विभिन्न इलाकों में इन दिनों मौसम में अचानक गिरावट आ गई है, बूंदाबांदी की वजह से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। शुकवार की सुबह में भी हल्की बूंदाबांदी हुई है। हल्की वर्षा के साथ ठंडक ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर दी है।
हल्की बारिश के साथ तापमान में भी लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। सुबह में हल्की बूंदाबांदी भी हुई और चारों तरफ कोहरा नजर आ रहा था। हालत यह रहे कि सुबह में दस बजे तक धूप भी नहीं निकली। फिलहाल आकाश में काले बादल छाए हुए हैं।
किसानों की बढ़ी चिंता
किसानों के अनुसार बूंदाबांदी से आम के मंजर को अधिक नुकसान हुआ है। किसान शांति भूषण कुमार, दूधनाथ महतो, सुरेश राजबंशी समेत अन्य कहते हैं कि आसमान साफ होते ही ठंड बढ़ने की संभावना है।
वहीं अगर मौसम का मिजाज बदला और वर्षा हुई तो रबी फसल को क्षति होगी। बूंदाबांदी होने से सब्जी मंडी जाने वाले मार्ग व मुख्य सड़क में कीचड़ हो गया है।
मौसम में बदलाव के बीच विभागों को किया गया अलर्ट
मौसम में जारी बदलाव के बीच अगले 2-3 दिनों के बाद तापमान में इजाफा होगा। गर्मी के मौसम को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने विभिन्न विभागों को भीषण गर्मी एवं लू से बचाने के लिए कारगर उपाय करने का आदेश दिया है। मानक संचालन प्रक्रिया के तहत उन्हें जरूरी व्यवस्था करनी है।
स्वास्थ्य, शिक्षा, पीएचईडी, फायर, समाज कल्याण, पशु एवं मत्स्य संसाधन, ग्रामीण विकास समेत अन्य विभागों के लिए जारी आदेश में पेयजल के इंतजाम पर जिलाधिकारी ने विशेष ध्यान देने को कहा है। इसके अलावा मजदूरों की कार्य अवधि भी बदली जा सकती है।
शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था, खराब चापाकलों की युद्धस्तर पर मरम्मत, आश्रय स्थलों एवं स्लम के लोगों के लिए इमरजेंसी दवाओं के इंतजाम का निर्देश दिया गया है।
अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस, आइवी फ्लूड, जीवनरक्षक दवाओं के साथ एंबुलेंस एवं आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था करने को कहा गया है।