नई दिल्ली:– भारत में सोने-चांदी की कीमतों ने शुक्रवार को इतिहास रच दिया, जब चांदी पहली बार 2 लाख रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई और सोने ने भी नया रिकॉर्ड हाई छू लिया। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती, बढ़ती इंडस्ट्रियल डिमांड और कमजोर डॉलर के चलते मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर चांदी लगभग ₹1,600 की तेजी के साथ ₹2,00,510 प्रति किलो पर पहुंची।
एक्सपर्ट्स के अनुसार सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक वाहनों और सेमीकंडक्टर क्षेत्र की बढ़ती जरूरतों ने चांदी की मांग को दोगुना कर दिया है, जिसके कारण 2025 में ही इसमें करीब 100% की वृद्धि दर्ज की जा चुकी है।
भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों द्वारा भारी खरीद से सोने-चांदी में तेजी बरकरार है, लेकिन रिकॉर्ड ऊंचे स्तरों के कारण गिरावट का जोखिम भी बना हुआ है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशक एकमुश्त खरीदारी से बचते हुए गोल्ड और सिल्वर ETF में धीरे-धीरे निवेश करें, ताकि गिरावट की स्थिति में जोखिम कम रहे और उछाल आने पर अच्छा लाभ मिल सके।
